नई दिल्ली : 18वीं लोकसभा का स्पीकर ओम बिड़ला को चुन लिया गया है। लोकसभा में ध्वनिमत से बिरला को लगातार दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष चुना गया। इस दौरान पीएम मोदी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी परंपरा के अनुसार आसन तक लेकर गए।
ओम बिड़ला चुने गए लोकसभा स्पीकर : भाजपा सांसद ओम बिड़ला को लोकसभा का नया स्पीकर चुन लिया गया है। ओम बिड़ला को ध्वनिमत से स्पीकर चुना गया। पीएम मोदी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी नए स्पीकर ओम बिड़ला को परंपरा के अनुसार, आसन तक लेकर गए। लगातार दूसरी बार ओम बिड़ला लोकसभा स्पीकर पद की जिम्मेदारी संभालेंगे। लोकसभा स्पीकर का चुनाव होते ही प्रोटेम स्पीकर भृतहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया गया।
लोकसभा स्पीकर पद से गौरवशाली परंपराएं जुड़ी हुई हैं : अखिलेश यादव ने भी ओम बिड़ला को स्पीकर बनने की बधाई दी और कहा कि आप जिस पद पर बैठे हैं, उससे कई गौरवशाली परंपराएं जुड़ी हुई हैं। हम उम्मीद करते हैं कि आप निष्पक्ष रहकर आप हर सांसद की बात सुनेंगे। आप लोकतंत्र के न्यायाधीश के रूप में बैठे हैं। आपका अंकुश विपक्ष के साथ ही सत्ता पक्ष भी रहे। आपके इशारे पर सदन चले, इसका उल्टा न हो। हम आपके हर न्यायसंगत फैसले के साथ खड़े हैं। एक बार फिर आपको इस पद पर बैठने के लिए बहुत बहुत बधाई।
राहुल गांधी बोले- विपक्ष जनता की आवाज : राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि संसद में सत्ता पक्ष के साथ ही विपक्ष की भी भूमिका बेहद अहम है। विपक्ष जनता की आवाज है और विपक्ष को भी अपनी बात रखने का मौका मिलना चाहिए, तभी लोकतंत्र मजबूत रहेगा। विपक्ष सरकार के साथ सहयोग करना चाहता है, लेकिन सरकार को भी विपक्ष की बात सुननी होगी।
प्रधानमंत्री ने कहा, हमारा संसद भवन सिर्फ चारदीवारी नहीं। ये देश की जनता का आशा का प्रतीक है। संसद की कार्यवाही लोकतंत्र को और मजबूत बनाती है। 17वीं लोकसभा की उत्पादकता 97 प्रतिशत रही और उसके लिए सभी सदस्यों के साथ ही आप विशेष अभिनंदन के अधिकारी हैं। कोरोना के मुश्किल समय में आपने हर सांसद से फोन करके व्यक्तिगत हालचाल पूछा। कोरोना के समय में संसद का काम रुका नहीं। आपने जो फैसले किए, उसी का परिणाम है कि हम मुश्किल समय में भी काम कर पाए है। कोरोना काल में संसद की उत्पाकता 170 प्रतिशत रही, जो बहुत बड़ी बात है।
आपने कभी कभी कठोरता के साथ भी फैसले लिए। ऐसे फैसलों से आपको पीड़ा भी हुई, लेकिन आपने संसद की गरिमा और व्यक्तिगत पीड़ा में से आपने संसद की गरिमा का चुनाव किया। मुझे विश्वास है कि आप तो सफल होंगे ही, लेकिन आपकी अध्यक्षता में ये संसद भी देश की आकांक्षाओं को पूरा करेगी। मैं आपको और इस संसद को बहुत बधाई देता हूं।
पीएम मोदी ने ओम बिड़ला की जमकर की तारीफ : पीएम मोदी ने कहा, आपका पिछला कार्यकाल संसदीय लोकतंत्र का ऐतिहासिक कालखंड रहा है। आपकी अध्यक्षता में सदन में जो काम हुआ, वह अपने आप में सदन की भी और आपकी भी विरासत है। जब भी इस बारे में लिखा जाएगा तो भारत के भविष्य को दिशा देने में आपकी लोकसभा अध्यक्षता की बड़ी भूमिका रही है। आपकी अध्यक्षता में नारी शक्ति, जम्मू कश्मीर पुनर्गठन, डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल, मुस्लिम महिला विवाह अधिकार कानून, डायरेक्ट टैक्स समेत सामाजिक आर्थिक और नागरिक कानून पास हुए हैं। जो काम आजादी के 70 साल में नहीं हुए, वो आपकी अध्यक्षता में हुए। लोकतंत्र की लंबी यात्रा में कई पड़ाव आते हैं। कुछ अवसर ऐसे होते हैं, जब हमें कीर्तिमान स्थापित करने का मौका मिलता है। 17वीं लोकसभा पर देश आज भी और भविष्य में भी उस पर गौरव करेगा। आज देश अपनी आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए हर तरह से प्रयास हो रहे हैं, मैं मानता हूं कि नया संसद भवन भी अमृत काल के भविष्य को लिखने का काम करेगा।
नए संसद भवन में हमारा प्रवेश आपकी अध्यक्षता में हुआ। आपने संसदीय कार्यप्रणाली को प्रभावी और जिम्मेदार बनाने में कई अहम फैसले लिए। लोकसभा में हम पेपरलेस और डिजिटल व्यवस्था से काम कर रहे हैं। पहली बार आपने सभी सांसदों को ब्रीफिंग के लिए व्यवस्था की थी, उसकी वजह से संसद की चर्चा अधिक बेहतर हुई। आदरणीय अध्यक्ष जी जी 20 भारत की अध्यक्षता की खूब चर्चा हुई, लेकिन पी20 का सम्मेलन आपकी अध्यक्षता में हुआ और उस सम्मेलन में भी कई अहम फैसले हुए। उसने दुनिया में भारत के लोकतंत्र को गौरव देने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है।
पीएम मोदी का संबोधन : प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ये सदन का सौभाग्य है कि आप दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष के पद पर विराजमान हुए हैं। आपको और इस पूरे सदन को मेरी तरफ से बहुत-बहुत बधाई देता हूं। इस पूरे सदन की तरफ से भी आपको अनेक-अनेक शुभकामनाएं। अमृतकाल के इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में दूसरी बार इस पद पर विराजमान होने से आपको बहुत बड़ा दायित्व मिल रहा है। आपके अनुभव और हमारे अनुभव से हमें विश्वास है कि आप हम सभी का मार्गदर्शन करेंगे। मुझे विश्वास है कि आप हर कदम पर नए कीर्तिमान गढ़ते रहेंगे। 18वीं लोकसभा में स्पीकर का कार्यभार दूसरी बार संभालना अपने आप में रिकॉर्ड है। बलराम जाखड़ जी पहले ऐसे अध्यक्ष थे, जो लगातार दो बार अपना कार्यकाल पूरा कर पाए थे। उनके बाद अब आपको यह उपलब्धि मिली है।
ज्यादातर स्पीकर या तो चुनाव नहीं लड़े हैं या जीतकर नहीं आए हैं। आप समझ सकते हैं कि स्पीकर का काम कितना मुश्किल है कि उनका जीतना मुश्किल हो जाता है। आपने दोबारा जीतकर नया इतिहास गढ़ा है। इस सदन के ज्यादातर सांसद आपसे परिचित हैं और पिछली बार मैंने आपके संबंध में काफी कुछ बातें रखीं थी। आज उन्हें दोहराऊंगा नहीं लेकिन आप जिस तरह से सांसद के रूप में काम करते हैं, वह जानने योग्य और सीखने योग्य हैं। युवा सांसद भी आपसे प्रेरणा लेंगे। आपने अपने क्षेत्र में जिस तरह से स्वस्थ मां और स्वस्थ शिशु अभियान चलाया, वह वाकई प्रेरक है।