नई दिल्ली : ओलंपिक और विश्व चैंपियन भारतीय भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक से पहले एक बड़ा फैसला लिया है। हाल में पावो नूरमी खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले और पेरिस खेलों में भारत की सबसे बड़ी पदक उम्मीद नीरज रविवार को होने वाले पेरिस डायमंड लीग में हिस्सा नहीं लेंगे। रिपोर्ट के अनुसार, नीरज ने जांघ के भीतरी हिस्से की मांसपेशी में असहजता के कारण इन खेलों से बाहर रहने का निर्णय लिया है।
पावो नूरमी खेल से शुरू की थी तैयारी : टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता भारतीय भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने पिछले महीने पावो नूरमी खेलों में शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत हासिल की थी। नीरज ने ओलंपिक से पहले हुए इन खेलों में 85.97 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ पहला स्थान हासिल किया और स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहे थे। नीरज इस टूर्नामेंट में पहले पिछड़ रहे थे, लेकिन उन्होंने तीसरे प्रयास में शानदार वापसी की थी और अंत तक अपनी बढ़त को कायम रखने में सफल रहे थे।
‘पैर को मजबूत बनाने पर देंगे ध्यान’: नीरज चोपड़ा ने कहा कि वह ट्रेनिंग और थ्रो करते समय ब्लॉकिंग करने वाले अपने पैर को मजबूत बनाने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने एक स्पोर्ट्स चैनल से कहा, मुझे थ्रो करते समय ब्लॉकिंग करने वाले पैर को मजबूत करना होगा क्योंकि उसी समय ग्रोइन में खिंचाव आता है। हम इस पर काम कर रहे हैं। मैं कुछ और टूर्नामेंट खेल सकता था और खेलना भी चाहता था, लेकिन मुझे लगा कि स्वास्थ्य सर्वोपरि है। थोड़ी भी असहजता महसूस होने पर रुक जाना ही ठीक है।
नीरज चोपड़ा ने कहा कि वह अब समझदार हो गए हैं और जोखिम नहीं लेते। उन्होंने कहा, ओलंपिक में स्वर्ण जीतने से पहले मैं हर प्रतिस्पर्धा में भाग लेना चाहता था। अब अनुभव के साथ सही फैसले लेने लगा हूं। फिनलैंड में प्रदर्शन अच्छा था लेकिन अभी और काम करना होगा।