साउथ 24 परगना : बंगाल के मुर्शिदाबाद में अभी वक्फ कानून के खिलाफ भड़की हिंसा के जख्म अभी भरे भी नहीं हैं. इस बीच एक और जिला हिंसा की चपेट में आ गया है. साउथ 24 परगना जिले की कुछ वीडियोज वायरल हो रही हैं, जिसमें लोग पुलिस की मोटरबाइक को जलाते और पुलिस बस को पलटते नजर आ रहे हैं. इसके अलावा वीडियो में भारी संख्या में पुलिस सड़कों पर नजर आ रही है.
यह घटना पिछले हफ्ते इस जिले और मुर्शिदाबाद सहित अन्य जिलों में हुई हिंसा के बाद हुई है, जिसमें तीन लोग मारे गए थे और 200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा में ट्रेन पर पथराव किया गया था. साथ ही घरों और दुकानों में आग लगा दी गई थी.
पुलिस वाहनों में लगाई आग : न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, हिंसा तब भड़की जब इंडियन सेक्युलर फ्रंट के समर्थकों ने भांगर इलाके में पुलिस के साथ झड़प की, जिसके कारण कई लोग घायल हो गए और पुलिस वाहनों में आग लगा दी गई.
आईएसएफ समर्थक कथित तौर पर मध्य कोलकाता के रामलीला मैदान की ओर बढ़ रहे थे, जहां वे वक्फ कानून विरोधी रैली में शामिल होने जा रहे थे, जिसे पार्टी के विधायक नौशाद सिद्दीकी संबोधित करने वाले थे. लेकिन पुलिस ने कहा कि रैली के लिए कोई इजाजत नहीं दी गई थी, जो फिर भी आयोजित की गई और जिस पर सिद्दीकी ने नए कानून को मुसलमानों और संविधान पर हमला बताया और जब भीड़ ने बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की तो तनाव बढ़ गया.
एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया कि झड़पों में कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. चश्मदीदों ने कहा कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया, जिसमें एक शख्स घायल हुआ.
इस बीच, आईएसएफ ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस दावे की ओर इशारा किया कि उनकी सरकार नए वक्फ कानूनों को लागू नहीं करेगी और पूछा कि फिर उनका विरोध क्यों रोका गया.
मुर्शिदाबाद में हालात शांतिपूर्ण : दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद जिले के हिंसा प्रभावित इलाकों, खासतौर पर सुती, शमशेरगंज, धुलियान और जंगीपुर में सोमवार को स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में रही. हिंसा प्रभावित इलाकों में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू है. इसके चलते संबंधित क्षेत्रों में सड़कें सुनसान दिखीं और दुकानें बंद रहीं. प्रभावित इलाकों में इंटरनेट बंद है, जबकि सुरक्षाबल मुख्य सड़कों पर वाहनों की जांच कर रहे हैं. शुक्रवार दोपहर से सुती, धुलियान, शमशेरगंज और जंगीपुर इलाकों में भड़की हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए, लेकिन जिले में किसी नई घटना की सूचना नहीं है.