बंगाल : मुर्शिदाबाद में कट्टरपंथियों का आतंक चरम पर, हिंदुओं पर बर्बरता; बहन-बेटियों के साथ छेड़छाड़

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कोलकाता : पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में दंगों का दंश ऐसा है कि हिंदू यहां से पलायन कर रहा है. बरसों से जो हिंदू यहां रह रहे थे, वो अपना घर बार छोड़ने को मजबूर है. हिन्दू शरणार्थी कैंप जहां जान बचाकर भागे हिंदू रहने को मजबूर हैं. इन हिंदुओं ने खुद खौफनाक दास्ता बयां की है कि कैसे दंगाइयों ने लूटपाट की. हिंदू बहन-बेटियों के साथ छेड़खानी की गई.

मुर्शिदाबाद में आग जानबूझकर लगाई जा रही है. खुफिया सूत्रों की जो चौंकाने वाली रिपोर्ट आई है, उसके मुताबिक बांग्लादेश के आतंकी संगठन इस वक्त मुर्शिदाबाद में एक्टिव हैं. ये लोग पश्चिम बंगाल के युवकों को गुमराह कर उनके बीच हिंदुओं के खिलाफ जहर घोल रहे हैं. जिस तरह से बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार का दौर चला, ठीक उसी तर्ज पर ये आतंकी संगठन पश्चिम बंगाल को जलाना चाहते हैं.

बंगाल का मुर्शिदाबाद..’बांग्लादेश’ बन गया? : जो बांग्लादेश में हुआ, वही अब पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हो रहा है. वक्फ विरोध की आग में मुर्शिदाबाद को हिंदू विहीन करने की जहरीली साजिश रची गई.बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद हिंसा की जो भयावह तस्वीरें बांग्लादेश से आती रही हैं वो अब पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद से आ रही हैं.

ये आग प्रायोजित है. ये आतंक की आग है. चिंगारी का खेल खेला गया है बांग्लादेश से. सूत्रों के हवाले से जो खबर आ रही हैं वो डरा देने वाली साजिश का विस्फोटक खुलासा कर रही है. मुर्शिदाबाद हिंसा का बांग्लादेशी कनेक्शन मिला है. सूत्रों के मुताबिक खुफिया एजेंसियों के हाथ लगा है आतंकवाद का मास्टर प्लान.

वक्फ कानून के विरोध की आड़ में मुस्लिम आतंकियों के साजिश के तहत मुर्शिदाबाद को अशांत किया गया. मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज, धुलियान-सुती और फरक्का सहित कई जगहों में हिंसा हो रही है. सरकारी संपत्ति की तोड़फोड़ और आगजनी की गई है. हिंसा में अब तक तीन लोगों की जान जा चुकी है. तस्वीरें देखकर ये साफ लग रहा है कि एक खास ताकत अशांति पैदा कर रही है. ये वही लोग हैं, जो तोड़फोड़ का कारण बन रहे हैं.

हिज़्ब-उत-तहरीर के स्लीपर सेल्स एक्टिव : पूरा प्लान बनाकर मुर्शिदाबाद में आतंक वाली आग लगाई गई है. पुलिस की जांच में सामने आया है कि हिज़्ब-उत-तहरीर के टॉप कमांडर पिछले साल सितंबर में मुर्शिदाबाद आए थे. खुफिया एजेंसियों को ये भी जानकारी मिली है कि धुलियान और फरक्का में पिछले कुछ महीने से हिज़्ब-उत-तहरीर के दो ऑर्गनाइज़र सक्रिय थे. अब तक जांच में सामने आया है कि मुर्शिदाबाद जिले में हिज़्ब-उत-तहरीर के 40 से अधिक स्लीपर सेल हो सकते हैं.

मुर्शिदाबाद की सीमाएं बांग्लादेश से सटी हैं और मुर्शिदाबाद में अवैध घुसपैठ और तस्करी के आरोप लगते रहे हैं. पुलिस सूत्रों के मुताबिक बांग्लादेश के जिहादी संगठन हिज़्ब-उत-तहरीर के आतंकी मुर्शिदाबाद में सक्रिय हैं. हिज़्ब-उत-तहरीर मुर्शिदाबाद में अपना नेटवर्क स्थापित करने की कोशिश कर रहा है. बांग्लादेश के इस आतंकी का संगठन का मॉड्यूल भी क्लियर है.

हिंदुओं को खींच-खींचकर मारा : यही काम बांग्लादेश के आतंकी संगठनों ने तख्तापलट के बाद किया. हिंदुओं को घर से खींच-खींचकर सड़क पर उन्हें मारा-पीटा. कत्ल कर दिया. मंदिरों में तोड़फोड़ की. हिंदुओं के घर-दुकानों को आग के हवाले कर दिया.

खुफिया सूत्रों के मुताबिक हिज़्ब-उत-तहरीर से जुड़े एक के बाद एक चौंकाने वाली जानकारियां सामने आ रही हैं. वक्फ कानून के विरोध का फायदा उठाकर कट्टरपंथी भारत को भी लहूलुहान करने की साजिश रच रहे हैं.

इससे पहले, मुर्शिदाबाद के इसी धूलियान से बांग्लादेशी आतंकवादी संगठन अंसारुल्ला बांग्ला टीम के सदस्यों की गिरफ्तारी हुई थी. अलकायदा इन इंडियन सबकंटिनेंट और हिजबुल मुजाहिद्दीन की सक्रियता भी इस इलाके में नोटिस की गई है.

मुर्शिदाबाद हिंसा में बांग्लादेश कनेक्शन : मुर्शिदाबाद को जलाने का बांग्लादेश कनेक्शन वाली थ्योरी इसलिए और मजबूत दिख रही है  क्योंकि गिरफ्तार किए गए आतंकियों के पास से जो दस्तावेज बरामद हुए हैं, उनसे साफ पता चलता है कि ये लोग भारत सरकार के खिलाफ जिहाद को अपना युद्ध मानते हैं. पिछले दो वर्षों में अल कायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट और अंसारुल्लाह बंगला टीम से जुड़े कई आतंकियों को गिरफ्तार किया है. इनमें लगभग 20 आतंकी बांग्लादेशी हैं.

सूत्रों का दावा है कि बांग्लादेश बॉर्डर के पास कई तथाकथित मदरसे हैं, जहां धर्म के नाम पर युवाओं का ब्रेनवॉश किया जा रहा है. उन्हें हथियार चलाना और विस्फोटक बनाना सिखाया जा रहा है. इन ट्रेंड जिहादियों को फर्जी भारतीय पहचान पत्र देकर पश्चिम बंगाल को बांग्लादेश बनाने के लिए भारत भेजा जाता है.

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस ने मुर्शिदाबाद और राज्य के अन्य हिंसा प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि राजभवन का कोर ग्रुप मुर्शिदाबाद और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों की स्थिति पर वास्तविक समय के आधार पर लगातार नजर बनाए हुए है.

बीएसएफ की 9 कंपनियां तैनात : राज्यपाल ने कहा कि उनकी और मुख्यमंत्री के बीच इस मुद्दे पर बातचीत हुई है. हालात की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार और गृह मंत्रालय भी पूरी तरह से सतर्क हैं और स्थिति की निगरानी कर रहे हैं.

राज्यपाल बोस ने कहा कि कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा के लिए बीएसएफ और स्थानीय पुलिस सहित सभी प्रवर्तन एजेंसियों से रिपोर्ट प्राप्त की गई है. केंद्र सरकार ने पर्याप्त संख्या में केंद्रीय बलों की तैनाती कर दी है और जरूरत पड़ने पर और अधिक बल तैनात करने के लिए तैयार है.

उन्होंने बताया कि फिलहाल बीएसएफ की नौ कंपनियां तैनात हैं और इसके अतिरिक्त सीआरपीएफ, आरपीएफ और आरआईएफ भी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. राज्य पुलिस भी केंद्रीय बलों के साथ मिलकर क्षेत्र में सक्रिय है और उपद्रवियों की गिरफ्तारी की जा रही है.

अन्याय और हिंसा के खिलाफ समाज की लड़ाई : राज्यपाल ने कहा कि संकट में फंसे लोगों को केंद्रीय बलों की ओर से समय पर मदद पहुंचाई जा रही है. उन्होंने चेतावनी दी कि जो लोग हिंसा फैला रहे हैं और उनके संरक्षक हैं, उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि अब यह एक लड़ाई होने जा रही है. अब हिंसा और अपराध के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी.

डॉ. बोस ने यह भी कहा कि यह लड़ाई सिर्फ कानून-व्यवस्था की नहीं, बल्कि अन्याय और हिंसा के खिलाफ समाज की लड़ाई है. उन्होंने जोर देकर कहा कि अदालतें, सरकार और समाज के सभी जिम्मेदार और सजग नागरिक एकजुट होकर इन अपराधियों को खत्म करने के लिए कड़ा रुख अपना चुके हैं.

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