नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद अब पाकिस्तानी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक्सपोज हो रहा है. पूरी दुनिया को पता है कि आतंकी की नर्सरी पाकिस्तान में ही लगती है. अमेरिका भी अब खुलकर भारत को समर्थन देने की बात कर चुका है. इसी कड़ी में अब मुस्लिम देश ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची अगले हफ्ते भारत दौरे पर आने वाले हैं. बताया जा रहा है कि वह इस दौरे के दौरान भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात करेंगे और पहलगाम हमले को लेकर विस्तार से बातचीत करेंगे. हालांकि अभी आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है लेकिन सूत्रों के मुताबिक अरागची 8 मई को नई दिल्ली पहुंच सकते हैं.
दोनों के बीच मध्यस्थता की पेशकश भी की : असल में अरागची की यह संभावित यात्रा ऐसे समय हो रही है जब भारत और पाकिस्तान के बीच पहलगाम हमले को लेकर तनाव बढ़ा हुआ है. लंबे समय से ईरान और अमेरिका का 36 का आंकड़ा है. उधर अमेरिका भी भारत का समर्थन कर चुका है. पहलगाम के कुछ ही समय बाद ईरानी मंत्री ने ट्विटर पर पोस्ट करते हुए भारत और पाकिस्तान को ईरान के भाईचारे वाला पड़ोसी बताया था और दोनों के बीच मध्यस्थता की पेशकश भी की थी. उन्होंने यह भी कहा कि ईरान अपने अच्छे संबंधों का इस्तेमाल करके दोनों देशों के बीच समझ बढ़ाने को तैयार है.
साझा रणनीति पर बात कर सकते हैं : अरागची ने इस मामले में पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मोहम्मद इसहाक डार से भी बात की है. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत आने पर वे सिर्फ पहलगाम हमले ही नहीं बल्कि द्विपक्षीय क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे. माना जा रहा है कि भारत और ईरान आतंकवाद के खिलाफ साझा रणनीति पर बात कर सकते हैं.
टाइमिंग भी देखने वाली है : फिलहाल इस दौरे के राजनीतिक महत्व के अलावा इसकी टाइमिंग भी देखने वाली है. रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि ईरान और अमेरिका के बीच चौथे दौर की बातचीत शनिवार को रोम में होने वाली है. उससे एक दिन पहले ईरान फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन E3 देशों से वार्ता करेगा. ऐसे में अरागची का भारत आना इस क्षेत्र में ईरान की कूटनीतिक सक्रियता को भी दिखाता है. खासकर जब ईरान और अमेरिका के रिश्ते इस वक्त तनावपूर्ण हैं. देखना होगा कि इस दौरे से क्या निकलकर सामने आता है.