नई दिल्ली : पाकिस्तान के दुस्साहस पर भारतीय सेना करारा प्रहार कर रही है. पाकिस्तान की सेना ने बताया है कि उसके नूर खान, मुरीद और शोरकोट एयरबेस पर बड़े धमाके हुए हैं. रावलपिंडी में नूर खान एयरबेस पर जोरदार धमाके की आवाज सुनी गई है. वहां स्थानीय लोगों ने वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं. इस्लामाबाद और लाहौर में भी बड़े विस्फोट हुए हैं. सुबह होने से पहले भारत ने सिंध प्रांत के सुक्कुर एयरबेस को भी तबाह कर दिया. पाक आर्मी ने दावा किया है कि भारत ने 6 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं.
दरअसल, पाकिस्तानी फौज ने शुक्रवार और शनिवार की दरम्यानी रात एलओसी और इंटरनेशनल बॉर्डर के पार कई ड्रोन हमले किए. नॉर्थ में बारामूला से लेकर साउथ में भुज तक भारत के 26 शहरों को पाकिस्तान ने निशाना बनाने की हिमाकत की थी. इसके बाद भारत ने जोरदार पलटवार किया. तड़के पाकिस्तान के रावलपिंडी, लाहौर और इस्लामाबाद में सायरन बजते रहे और लोग दहशत में सड़कों पर भागने लगे.
सोशल मीडिया पर आए वीडियो में रावलपिंडी नूर खान बेस पर जोरदार धमाका सुना जा सकता है. पाकिस्तान के हमलों का भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया है. इस जोरदार ऐक्शन से पाकिस्तान पूरी तरह से हिल गया है. पाकिस्तान ने आधी रात के बाद ही अपने सभी एयरपोर्ट बंद करने का फैसला किया है. तड़के 4.30 बजे के बाद पाकिस्तान के आसमान में एक भी विमान नहीं उड़ रहे थे.
भारत के 26 शहरों पर अटैक की कोशिश नाकाम : पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत का ऑपरेशन सिंदूर बदस्तूर जारी है क्योंकि पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. लगातार तीन दिन से उसने भारत पर ड्रोन अटैक किए हैं. भारतीय रक्षा मंत्रालय ने बताया है कि पाकिस्तान के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर 26 स्थानों पर ड्रोन देखे गए. इनमें संदिग्ध सशस्त्र ड्रोन भी थे. बारामूला, श्रीनगर, अवंतीपुरा, नगरोटा, जम्मू, फिरोजपुर, पठानकोट, फाजिल्का, लालगढ़ जट्टा, जैसलमेर, बाड़मेर, भुज, कुआरबेट और लाखी नाला के पास पाकिस्तानी ड्रोन अटैक की कोशिश की गई थी.
फिरोजपुर में पाकिस्तानी ड्रोन अटैक : भारत सरकार ने बताया है कि पाकिस्तान के एक सशस्त्र ड्रोन ने फिरोजपुर में एक आबादी वाले इलाके को टारगेट किया, जिसमें एक परिवार के कई लोग घायल हो गए. भारतीय सेना लगातार काउंटर-ड्रोन सिस्टम का इस्तेमाल कर रही है. सरकार ने बॉर्डर के इलाकों के लोगों को घर के अंदर रहने, बेवजह आवाजाही सीमित करने और स्थानीय अधिकारियों के सुरक्षा निर्देशों का सख्ती से पालन करने की सलाह दी है.