नई दिल्ली : पहलगाम आतंकवादी हमले में मारे गए पीड़ितों की याद में शुक्रवार को शंघाई में भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने एक मिनट का मौन रखा. एक ऑफिशियल बयान के मुताबिक, ‘शुभारंभ के बाद एक हाईलेवल रणनीतिक वार्ता और फायरसाइड चैट का आयोजन किया गया, जिसमें 10 से ज्यादा देशों के महावाणिज्य दूत और प्रमुख व्यापारिक नेताओं ने हिस्सा लिया. यह प्रोग्राम इस बात का प्रमाण है कि कैसे इनोवेशन और रणनीतिक सोच अब भारत की पहुंच वैश्विक केंद्र में हैं.
यह प्रोग्राम शंघाई में ‘हार्डवेयर टू कोड’ किताब विमोचन के दौरान हुआ. शंघाई में भारत के महावाणिज्य दूत और प्रोग्राम के मेजबान प्रतीक माथुर ने कहा,’हार्डवेयर टू कोड एक किताब से कहीं ज़्यादा है. यह मोबिलिटी के फ्यूचर का रोडमैप है. जैसे-जैसे अगली पीढ़ी के गाड़ी ‘पहियों पर सॉफ्टवेयर’ में विकसित हो रहे हैं, भारत का सॉफ़्टवेयर टैलेंट बेस इसे वैश्विक ऑटोमोटिव वैल्यू चेन का नेतृत्व करने के लिए एक यूनिक पोजीशन में रखता है.’
यह इतना महत्वपूर्ण क्यों है : मुकेश शर्मा ने हार्डवेयर टू कोड, हाउ सॉफ्टवेयर इज ट्रांसफॉर्मिंग द ऑटोमोटिव इंडस्ट्री नाम की किताब लिखी है. अपनी किताब के बारे में बात करते हुए शर्मा ने कहा, ‘यह किताब इस एहसास से पैदा हुई है कि पारंपरिक ऑटोमोटिव सोच और हुड के नीचे हो रही सॉफ्टवेयर क्रांति के बीच एक बढ़ती हुई खाई है. मैं एक ऐसी मार्गदर्शिका बनाना चाहता था जिसे कोई भी शख्स चाहे वह सीनियर कार्यकारी हो या कोई उत्साही शिक्षार्थी. वास्तव में यह समझने के लिए पढ़ सके कि क्या बदल रहा है और यह इतना महत्वपूर्ण क्यों है.’
पहलगाम आतंकवादी हमला : 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई, जिसमें ज्यादातर टूरिस्ट्स थे. इस हमले के बाद भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने समेत पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए. भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर भी हमले किए.