ऑपरेशन सिंदूर : भारत के 20 से ज्यादा स्थानों पर ड्रोन अटैक, जवाब में पाक के 3 एयरबेस पर भारी तबाही 

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नई दिल्ली : पाकिस्तान ने भारत के 20 से ज्यादा शहरों में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन भी ड्रोन से हमला किया है। इसमें तुर्की निर्मित ड्रोन के इस्तेमाल की भी खबर सामने आई है। अब भारत ने फिर से बड़ी जवाबी कार्रवाई की है। जवाब में भारत ने भी आधी रात पाकिस्तान पर मिसाइल से अटैक किया और इस हमले में पाकिस्तान वायु सेना के ऑपरेशनल एयरबेस को निशाना बनाया है। बताया जा रहा है कि इस भारतीय हमले में 3 पाकिस्तान एयरबेस केंद्र रहे हैं। इनमें भारी तबाही की उम्मीद की जा रही है। मुरीद एयरबेस, रफीकी एयरबेस, नूर खान एयरबेस इसमें शामिल हैं।

पाकिस्तान के एयरबेस : पाकिस्तान वायु सेना तीन भौगोलिक कमांड में बंटा हुआ है। पेशावर में नॉर्दर्न एयर कमांड कमांड (NAC) है, लाहौर में सेंट्रल एयर कमांड (CAC) है और कराची में सदर्रन एयर कमांड (SAC) है। इसके अलवा दो फंक्शनल कमांड्स हैं- इस्लामाबाद में एयरफोर्स स्ट्रेटिजिक कमांड (एएफएससी) और रावलपिंडी में एयर डिफेंस कमांड (एडीसी)। पाकिस्तान वायु सेना के पास कुल 21 ऑपरेशनल हवाई एयरबेस हैं, जिनमें 13 फ्लाइंग बेस हैं और 8 नॉन फ्लाइंग बेस हैं। फ्लाइंग बेस ऑपरेशनल बेस होते हैं, जहां से विमान किसी भी वक्त उड़ान भर सकते हैं, फिर चाहे वो शांति का वक्त हो या युद्ध का। इसकी तुलना में भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के पास वर्तमान में लगभग 66 एयर स्टेशन हैं, जिनमें 47 विंग और 19 एफबीएसयू शामिल हैं। पाकिस्तान एयर फोर्स के ज्यादातर ऑपरेशनल बेस पूरी तरह फंक्शनल बेस हैं, जहां से विमान आम दिनों में भी उड़ान भरते हैं।

इन तीन एयरबेस पर हमला :

  • मुरीद एयरबेस : यह पंजाब के चकवाल के मुरीद में स्थित एक पाकिस्तानी एयर फोर्स बेस है। यह उत्तरी वायु कमान के अंतर्गत आता है। इसमें 9,000 फीट का डामर रनवे है। इस बेस पर कोई स्थायी इकाई नहीं है। । यह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित है और भारत-पाक सीमा के नजदीक होने के कारण रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। मुरीद एयरबेस पाकिस्तान वायुसेना के लिए एक महत्वपूर्ण ऑपरेशनल बेस है, जहां से विभिन्न प्रकार के लड़ाकू विमानों और ड्रोन ऑपरेशन्स संचालित होते हैं।
  • रफीकी एयरबेस : पूर्व में पीएएफ बेस शोरकोट के नाम से जाना जाने वाला यह एयरबेस पंजाब के झंग जिले में शोरकोट के पास स्थित है। यह इस्लामाबाद से लगभग 337 किमी दक्षिण में है। बेस पर एक 10,000 फुट लंबा रनवे और एक समानांतर टैक्सी-वे है जिसका उपयोग आपातकालीन लैंडिंग और विमान की रिकवरी के लिए किया जा सकता है। बेस का नाम स्क्वाड्रन लीडर सरफराज अहमद रफीकी के सम्मान में रखा गया, जो एक सम्मानित फाइटर पायलट थे।
  • नूर खान, चकलाला एयरबेस : इस एयरबेस की स्थापना RAF स्टेशन चकलाला के रूप में की गई थी। यह चकलाला, रावलपिंडी, पंजाब में स्थित है। कुछ साल पहले तक बेनजीर भुट्टो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा इस एयरबेस का हिस्सा था। अब इसे बंद कर दिया गया है। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यहां पैराशूट प्रशिक्षण अभियान चलाए गए थे। बाद में यह PAF का परिवहन केंद्र बन गया, जहां से विभिन्न परिवहन विमानों का बेड़ा संचालित होता था।

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