नई दिल्ली : पाकिस्तान से तनाव के बीच भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति में बड़ा बदलाव करते हुए एक्ट ऑफ टेरर (आतंकवादी कृत्य) को अब युद्ध के रूप में देखने की घोषणा की है. भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि आतंकवादी हमलों का जवाब अब उसी स्तर पर दिया जाएगा जैसे किसी अन्य युद्ध का दिया जाता है. आतंकवाद को लेकर भारत की नई रणनीति के तहत ऐक्ट ऑफ टेरर से जुड़े कुल छह बिंदुओं को शामिल किया गया जिसे युद्ध के रूप में माना जाएगा.
भारत ने हमेशा आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है, लेकिन अब यह स्पष्ट किया गया है कि आतंकवाद को केवल एक अपराध के रूप में नहीं देखा जाएगा, बल्कि इसे युद्ध की स्थिति के रूप में ही देखा जाएगा और उसी अनुसार प्रतिक्रिया दी जाएगी. हालांकि, अभी तक भारत इन सभी हमलों के लिए कानून कदम उठाता था, लेकिन अब अगर ऐसी घटनाएं हुई तो फिर उसे युद्ध माना जाएगा.
ये 6 हमले जिन्हें भारत अब युद्ध मानेगा :
1- बम विस्फोट : बम विस्फोट आतंकवादियों द्वारा आमतौर पर एक विशिष्ट उद्देश्य से किया जाता है, जैसे लोगों में भय फैलाना या किसी खास जगह को नुकसान पहुंचाना. यह आमतौर पर सार्वजनिक स्थानों, बाजारों, रेलवे स्टेशन, या सरकारी इमारतों में किया जाता है. बम विस्फोट से कई निर्दोष लोग घायल हो सकते हैं या मारे जा सकते हैं, और समाज में अस्थिरता फैल सकती है.
2- गोलीबारी : आतंकवादी गोलीबारी को अक्सर एक उन्मादपूर्ण और हिंसक तरीके से अंजाम देते हैं, जिसमें बड़ी संख्या में निर्दोष लोग शिकार होते हैं. यह एक अचानक और त्वरित हमला होता है, जैसे स्कूल, सार्वजनिक स्थान या धार्मिक स्थल पर गोलीबारी. इस प्रकार के हमले से लोगों में डर और अनिश्चितता फैलती है. आमतौर पर एलओसी से सटे इलाकों में अक्सर इस तरह की गतिविधियां देखने को मिलती हैं.
3- विमान अपहरण : विमान अपहरण एक गंभीर आतंकवादी घटना होती है, जिसमें आतंकवादी विमान को अपहरण करते हैं और यात्रियों को बंधक बना लेते हैं. यह आमतौर पर अपने राजनीतिक या धार्मिक उद्देश्यों को पूरा करने के लिए किया जाता है. विमान अपहरण के दौरान विमान की सुरक्षा को खतरा होता है और यात्रियों के जीवन को भी खतरे में डाला जाता है. आतंकवादी इस तरह की घटनाओं को अंजाम देकर लोगों के भीतर भय और डर फैलाने की कोशिश करते हैं.
4- साइबर अटैक : साइबर अटैक एक आधुनिक आतंकवादी कृत्य है, जिसमें कंप्यूटर सिस्टम, नेटवर्क या डेटा पर हमला किया जाता है. यह हमला किसी देश की सुरक्षा प्रणालियों, बैंकों, सरकारी वेबसाइटों या किसी अन्य महत्वपूर्ण संस्थान पर किया जा सकता है. साइबर अटैक से ना सिर्फ आर्थिक और सूचना का नुकसान होता है, बल्कि इससे समाज में भारी असुरक्षा का माहौल भी बन सकता है.
5- बायोलॉजिकल (जैविक) हमले : बायोलॉजिकल हमला तब किया जाता है जब किसी जैविक एजेंट (जैसे बैक्टीरिया, वायरस या विषाणु) का उपयोग किया जाता है. यह हमला एक स्थान पर बड़ी संख्या में लोगों को बीमार करने या मारने के उद्देश्य से किया जाता है. बायोलॉजिकल हमले से स्वास्थ्य संकट पैदा हो सकता है, और यह एक देश की चिकित्सा प्रणाली को पूरी तरह से नष्ट कर सकता है.
6- रासायनिक हमले : रासायनिक हमला वह होता है, जिसमें जहरीले रासायनिक पदार्थों का इस्तेमाल करके लोगों को नुकसान पहुँचाया जाता है. यह पदार्थ वायुमंडल में फैलते हैं और बड़े पैमाने पर विकृति, जलन या मौत का कारण बन सकते हैं. रासायनिक हमले में गैस, तरल या ठोस रसायन का इस्तेमाल किया जा सकता है. ऐसे हमले से पर्यावरणीय संकट और चिकित्सा आपातकाल उत्पन्न हो सकता है.
पाकिस्तान को सख्त संदेश देने की कोशिश : पाकिस्तान से तनाव के बीच भारत की ओर से यह फैसला करना एक तरह आतंकवादियों और उन देशों के खिलाफ एक सख्त संदेश माना जा रहा है जो आतंकवाद को प्रायोजित और समर्थन करते हैं. इसलिए भारत ने आतंकवाद को लेकर एक लंबी और मोटी लकीर खींच दी है. अब इस लकीर को जो भी लांघने का प्रयास करेगा उसे करारा जवाब मिलेगा.