नई दिल्ली : पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान की ऐसी कमजोर नस भारत ने दबा दी है, जिससे उसका हलक सूख रहा और जान निकल रही है. सिंधु समझौता निरस्त करने पर पाक को उतना ज्यादा दर्द हो रहा, जो उसे एयर स्ट्राइक से भी नहीं हुआ. आज ही पाकिस्तान ने भारत से गुहार लगाई थी कि सिंधु का पानी छोड़ने पर भारत फिर से सोचे. भारत ने सोचना तो दूर, एक और नदी का पानी रोक कर पाकिस्तान के जख्म पर नमक रगड़ दिया है.
पिटने पर भी जश्न मना रहा पाकिस्तान : पहलगाम हमले के बाद भारत के हाथों पिटाई होने के बाद भी बेशर्म पाकिस्तान अपने मुल्क में जश्न मना रहा. आतंकियों के मारे जाने पर परिजनों को करोड़ों रुपये का मुआवजा बांट रहा. अपनी अवाम को दिखाने के लिए खुद अपना डंका बजवा रहा, वहीं दूसरी ओर भारत के सामने हर मोर्चे पर गिड़गिड़ा रहा. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में अपने पालतू आतंकियों और जवानों को खोने पर पाकिस्तान ने भारत से सीजफायर करने की गुहार लगाई. लेकिन ये मक्कार मुल्क माना नहीं और सीजफायर के कुछ ही घंटे के भीतर फिर से भारत पर ड्रोन अटैक की नाकाम कोशिश की.
बगलिहार डैम के सारे गेट बंद : आज पाकिस्तान ने सुबह गलती से सीमा पार चले गए भारतीय जवान को कई दिनों के बाद वाघा बॉर्डर पर पाक रेंजरों से भिजवाया. उसके कुछ ही घंटे के बाद पाकिस्तान ने भारत से सिंधु समझौते पर पुनर्विचार करने की गुहार लगाई. लेकिन शायद वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बातों को भूल गया. पीएम मोदी ने साफ कहा है कि पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते. आज पीएम की बातों पर अमल करते हुए पाकिस्तान पर भारत ने एक और स्ट्राइक कर दी. आज शाम को भारत ने चिनाब नदी पर बने बगलिहार हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट डैम के सभी गेट बंद कर दिए. यानि एक और नदी का पानी पाकिस्तान नहीं जाएगा. भारत का पानी अब भारत में ही रहेगा.
अब किशनगंगा प्रोजेक्ट पर सबकी नजर : 1960 में हुई संधि में भारत ने पाकिस्तान पर रहमदिली दिखाते हुए तीन नदियों का पानी देने का फैसला किया था. ये तीन नदियां थीं सिंधु, झेलम और चिनाब. सिंधु का पानी तो भारत ने पहले ही रोक दिया था, जिससे पाकिस्तान बिलबिला उठा था. अब चिनाब नदी पर बने बगलिहार डैम से भी पानी रोक दिया गया है. तीसरी नदी झेलम पर भी भारत की किशनगंगा परियोजना जारी है. जिस दिन भारत ने इस डैम से भी पानी रोक दिया, उस दिन पाकिस्तान प्यासा ही मर जाएगा.
बिन पानी मछली की तरह तड़पेगा पाकिस्तान : बरसों पहले जब इन नदियों पर भारत ने डैम बनाना शुरू किया था, तभी से पाकिस्तान के पेट में मरोड़ उठना शुरू हो गया था. लेकिन उसने ये सपने में नहीं सोचा होगा कि भारत इन सभी डैमों से एक साथ पानी रोक देगा. जम्मू-कश्मीर में ही रतले और पंजाब में उझ प्रोजेक्ट पर भी पाकिस्तान को दिक्कत है. अब सिंधु के बाद चिनाब का पानी भी न मिलने पर उसका बिन पानी मछली जैसा फड़फड़ाना तय है.