तुर्किए में महसूस हुए भूकंप के तेज झटके, रिक्टर स्केल पर 5.2 रही तीव्रता

turkey-earthquake

नई दिल्ली : तुर्किए में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.2 मापी गई है. तुर्किए की जमीन बार-बार कांपती रही है. कभी हल्के झटकों से तो कभी विनाशकारी जलजलों ने तुर्किए को तबाह किया है. इसकी वजह ये है कि तुर्किए एनाटोलियन प्लेट पर स्थित है, जो अफ्रीकी और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेट्स के बीच फंसी हुई है. यही वजह है कि यहां अक्सर भूकंपीय गतिविधियां होती रहती हैं. आइए जानते हैं कि भूकंप ने तुर्किए को कब-कब तबाह किया.

साल 2023: दक्षिण-पूर्वी तुर्किए में भूकंप :
6 फरवरी की सुबह 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था. इससे तुर्किए के साथ ही सीरिया में भी भारी तबाही हुई. इस भूकंप के बाद एक और 7.5 तीव्रता का झटका आया. यह तुर्किए के इतिहास का सबसे घातक भूकंप बन गया. इसमें 50 हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे. इतना ही नहीं लाखों लोगों को इस भूकंप ने प्रभावित किया था.
2020 – एजमीर भूकंप : 30 अक्टूबर को आए इस भूकंप की रिक्टर स्केल पर तीव्रता 7.0 थी. यह भूकंप एजियन सागर के नीचे आया था और तुर्किए के साथ-साथ ग्रीस को भी प्रभावित किया था.
2011 – वान भूकंप : अक्टूबर में पूर्वी तुर्किए के वान क्षेत्र में विनाशकारी भूकंप आया था. इसकी तीव्रता 7.1 थी. इसमें 600 से ज्यादा लोग मारे गए थे. सैकड़ों इमारतें ध्वस्त हो गई थीं.
1999 – इज़मित (कोकाली) भूकंप : 17 अगस्त को आए इस भूकंप की तीव्रता 7.6 थी. इसमें करीब 17 हजार लोग मारे गए थे. इस भूकंप ने तुर्किए की जमीन के साथ ही वहां की अर्थव्यवस्था भी हिला दी थी. ये भूकंप रात को आया था और भारी तबाही मचाई थी.

भारत ने चलाया था ‘ऑपरेशन दोस्त’ : साल2023 में तुर्किए में आए विनाशकारी भूकंप ने दुनिया को झकझोर कर रख दिया था. तब संकट की घड़ी में भारत ने “ऑपरेशन दोस्त” लॉन्च करके तुर्किए की बड़ी मदद की थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने NDRF की टीमें तुर्किए भेजी थीं. ये टीमें विशेष उपकरणों और स्निफर डॉग्स के साथ मलबे में फंसे लोगों को खोजने और बचाने में जुट गईं. इतना ही नहीं भारतीय सेना की मेडिकल टीम भी तैनात थी.इसके अलावा भारत ने राहत सामग्री जैसे कंबल, तंबू, दवाएं, जनरेटर, कपड़े और खाद्य सामग्री के कई टन पैकेज भी तुर्किए भेजे थे.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *