मुंबई : महाराष्ट्र में मुंबई की बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने तुर्की से रोबोटिक लाइफबॉय खरीदने की योजना रद्द कर दी है। ये उपकरण समुद्र में डूबते लोगों को बचाने के लिए इस्तेमाल किए जाने थे और इन्हें मुंबई के गिरगांव चौपाटी, दादर शिवाजी पार्क, जुहू, वर्सोवा, अक्सा और गोराई बीच पर लगाने की योजना थी। बीएमसी के कमिश्नर भूषण गगरानी ने पुष्टि की कि अब ये योजना बंद कर दी गई है।
बता दें कि इन रोबोटिक लाइफबॉय में दो वॉटर जेट, 10,000 mAh की बैटरी और 200 किलोग्राम तक वजन उठाने की क्षमता थी। ये समुद्र में 800 मीटर तक जा सकते थे और 18 किमी/घंटा की रफ्तार से चल सकते थे।
पाकिस्तान का समर्थन करने से बढ़ा विरोध : इस योजना का विरोध तब शुरू हुआ जब तुर्की ने भारत और पाकिस्तान के बीच हाल की सैन्य तनातनी में पाकिस्तान का समर्थन किया। इसके बाद बीजेपी और शिवसेना समेत कई राजनीतिक दलों ने विदेशी उपकरणों की खरीद पर सवाल उठाए और ‘मेक इन इंडिया’ का समर्थन करने की मांग की।
पाकिस्तान का समर्थन तुर्कियो को पड़ा भारी : भारत के दुश्मन पाकिस्तान से दोस्ती तुर्किये को बहुत महंगी पड़ रही है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान का खुला साथ देने के कारण भारतीयों ने तुर्किये के उत्पादों का बहिष्कार कर दिया। देश की एक दर्जन से अधिक बड़ी मंडियों ने तुर्किये के सेब सहित सभी फलों का पूर्ण बहिष्कार कर दिया जिससे तुर्किये को भारी चोट पहुंची है।
तुर्किये का हजारों करोड़ का नुकसान : पिछले वर्ष तुर्किये में करीब 3000 करोड़ खर्च करने वाले भारतीयों में आधे से ज्यादा पर्यटकों ने तुर्किये की यात्रा का अपना प्लान कैंसिल कर दिया, जिससे तुर्किये को हजारों करोड़ का नुकसान हुआ है। इसके अलावा देश की बड़ी शिक्षण संस्थाओं आईआईटी बांबे, जामिया, चंडीगढ़ विश्वविद्यालय और जेएनयू ने तुर्किये से अपने अनुबंध तोड़ लिए हैं जिससे वहां छात्रों का बड़ा नुकसान हुआ है।