बालोद : छत्तीसगढ़ में बालोद जिले के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम झलमला में दो दिनों से एक परिवार की दो बहुएं अपने ससुराल की दहलीज पर भूखे प्यासे अंदर जाने के लिए तरस रही हैं। लोग बिस्किट और जूस लेकर उन्हें समझा रहे हैं लेकिन घर के अंदर सास-ससुर दरवाजा बंद कर बैठे हुए हैं।
हैरानी की बात ये है कि जो दो बहुएं घर के बाहर बैठी हैं और उसमें से बड़ी बहु का पति दंतेवाड़ा में तहसीलदार है और ससुर मत्स्य पालन विभाग में सहायक संचालक हैं। गांव में लोग बहुओं के समर्थन में साथ बैठे हैं। वहीं, आधी रात पुलिस तो आई लेकिन खाली हाथ वापिस लौट गई।
गुप्ता परिवार की बड़ी बहु रेनू गुप्ता ने बताया कि उनके पति राहुल गुप्ता दंतेवाड़ा में तहसीलदार हैं और उनके ससुर सतीश चंद्र गुप्ता सहायक संचालक मत्स्य पालन विभाग हैं। सास-ससुर उन्हें घर के अंदर आने नहीं दे रहे हैं। उन्होंने दरवाजा बंद किया हुआ है। दिनभर धूप में बिना कुछ खाए हम देवरानी जेठानी बैठे हुए हैं। उन्होंने बताया कि 25 नवंबर 2022 को रीति रिवाज सब की सहमति से उनका विवाह हुआ था। प्रेग्नेंट हुई तो अबॉर्शन करा दिया गया।
छोटी बहू वंदना गुप्ता ने बताया कि मेरे पति रोहित गुप्ता को मेरे सास ससुर ने छुपा दिया है और हमें घर में आने नहीं दे रहे। प्रशासन में अधिकारी होने का इन्हें बहुत घमंड है और ये इसका पूरा दुरुपयोग करते हैं। वंदना ने भी बताया कि उनका अबॉर्शन कराया गया है, दोनों बहु रेनू और वंदना ने बताया कि पुलिस भी पूरे मामले में कुछ नहीं कर रही है।
यह मामला पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है। रेनू का कहना है कि उनके पिता ने काफी दहेज दिया है। हम यहीं शादी करके आए हैं और यहीं रहेंगे। बता दें कि बुधवार देर रात तक ग्रामीण वहां डटे हुए हैं। पुलिस आई और आकर चली गई लेकिन इन दो बहुओं की सुध लेने वाला कोई नहीं है।