कैलाश मानसरोवर यात्रा : घोड़े से गिरकर घायल हुईं पूर्व केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी

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नई दिल्ली : कैलाश मानसरोवर यात्रा के दूसरे दल में शामिल पूर्व केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी तिब्बत के दारचिन में घोड़े से गिरकर घायल हो गईं। उनकी कमर में गंभीर चोट आई है। उन्हें रेस्क्यू कर वापस भारत लाया जाएगा। धारचूला के नाभिढांग से उन्हें हेलीकॉप्टर से देहरादून पहुंचाने की योजना है इसकी तैयारी पिथौरागढ़ प्रशासन ने पूरी कर ली है। ऐसे में साफ है कि अब वह कैलाश मानसरोवर की यात्रा पूरी नहीं कर सकेंगी।

पूर्व केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी कैलाश मानसरोवर यात्रा के दूसरे दल में शामिल थी। सूत्रों के मुताबिक शनिवार यात्री तिब्बत के दारचिन में पहुंचे थे और मीनाक्षी लेखी घोड़े पर सवार थीं। इसी बीच वह घोड़े से गिर गईं। जमीन पर गिरने से उनकी कमर में गंभीर चोट आ गई। उन्हें यात्रा मार्ग पर संचालित अस्पताल ले जाया गया जहां उनका एक्स-रे हुआ इसमें उनकी रीढ़ की हड्डी में चोट लगने की पुष्टि हुई। उनकी हालत को देखते हुए उन्हें वापस भारत लाने का निर्णय लिया गया है।

सूत्रों के मुताबिक, उन्हें रेस्क्यू कर वापस लाया जा रहा है। रविवार यानि आज रेस्क्यू टीम उन्हें वाहन से लेकर लिपुलेख पहुंचेगी। यहां से उन्हें टीम को पैदल सफर कर स्टेचर या अन्य संसाधनों के जरिए नाभीढांग तक पहुंचाना होगा। यहां से उन्हें हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर देहरादून पहुंचाया जाएगा। संवाद

मौसम पर टिकी निगाहें : सीमांत जिले में इन दिनों भारी बारिश हो रही है। धारचूला के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में भी बारिश ने आफत फैलाई है। शनिवार को पूर्व केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी को नाभीढांग तक लाया जाएगा। यहां से उन्हें हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू करने की तैयारी है। ऐसे में अब सबकी निगाहें मौसम पर टिकी हैं। यदि मौसम खराब हुआ तो हेलीकॉप्टर का उड़ान भरकर नाभीढांग तक पहुंचना मुश्किल होगा। मौसम ठीक रहा तो हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर पूर्व केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री को देहरादून पहुंचाने में प्रशासन को कोई दिक्कत नहीं होगी।

यात्रा पूरी नहीं कर पाएंगी मीनाक्षी लेखी : बीते दिनों पूर्व केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए उत्साह के साथ पिथौरागढ़ पहुंची थी। उन्होंने कहा था कि कैलाश मानसरोवर यात्रा दल में शामिल होना उनके लिए सौभाग्य की बात है। तिब्बत में शिव धाम पहुंचने से पहले ही वह दुर्घटना में घायल हो गईं। सूत्रों के मुताबिक उनके लिए अब आगे की यात्रा कर पाना संभव नहीं है। ऐसे में वह इस बार कैलाश मानसरोवर की यात्रा पूरी नहीं कर पाएंगी।

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