साउथ कोरिया : ‘ए हो, का हाल बा…’, कोरियाई टीचर बच्चों को कोरिया में सिखाते दिखे भोजपुरी

South-Korea-Bhojpuri-Viral

नई दिल्ली : साउथ कोरिया के एक कंटेंट क्रिएटर येचान सी ली (Yechan C. Lee) ने हाल ही में एक ऐसा वीडियो शेयर किया है जिसने सोशल मीडिया पर लाखों दिल जीत लिए हैं. इस वीडियो में वे एक क्लासरूम स्टाइल में कोरियन बच्चों को भोजपुरी भाषा सिखाते नजर आ रहे हैं. उनकी सादगी, जोश और मजेदार अंदाज में सिखाई गई बातें लोगों को बेहद पसंद आ रही हैं.

वीडियो में बच्चों को क्या-क्या सिखाया गया? : वीडियो की शुरुआत में ली बच्चों से कहते हैं- “जब हम किसी से पहली बार मिलते हैं, तो हम नमस्ते कहते हैं. लेकिन भारत में हम कहते हैं, ‘का हो?’” इसके बाद पूरा ग्रुप उत्साह से उनकी बात दोहराता है. फिर ली सिखाते हैं कि जब हम किसी को दोबारा मिलते हैं, तो पूछते हैं, “का हाल बा?” और जवाब होता है, “ठीक बा.” जब बारी आती है अलविदा कहने की, तो वो बच्चों को सिखाते हैं, “खुश रहो.” बच्चों की खुशी और उनके चेहरे की मुस्कान इस वीडियो की खासियत बन जाती है.

View this post on Instagram

A post shared by Yechan C. Lee (@40kahani)

क्या है इस वीडियो के वायरल होने की वजह? : इस वीडियो को इंस्टाग्राम पर कैप्शन के साथ पोस्ट किया गया, “कोरियाई बच्चों को भोजपुरी सिखा रहा हूं. कोरियाई बच्चों के साथ एक यूट्यूब क्रिएटर के रूप में अपनी यात्रा साझा करने और उन्हें भोजपुरी सिखाने वाला एक छोटा वीडियो बनाने का एक शानदार अवसर मिला.” इस वीडियो को अब तक सोशल मीडिया पर 5 लाख से ज़्यादा व्यूज़ मिल चुके हैं और लोगों ने इसे बहुत पॉजिटिव रिस्पॉन्स दिया है.

लोगों की क्या रही प्रतिक्रिया? : एक यूजर ने लिखा – “यह बहुत अच्छी बात है. कोरिया में भोजपुरी सिखाई जाना अवास्तविक लगता है.” दूसरे ने कमेंट किया, “बच्चे इतने स्वाभाविक रूप से सीख रहे हैं. यह बहुत सुंदर है.” भोजपुरी बोलने वाले एक यूजर ने भावुक होते हुए लिखा, “इसने मेरे आंखों में आंसू ला दिए, शुक्रिया.” वहीं किसी ने कहा – “दुनिया को इसी तरह के वैश्विक बंधन की जरूरत है. बहुत ही दिल को छू लेने वाला.”

क्यों है ये वीडियो इतना खास? : भोजपुरी को अक्सर ग्रामीण या सीमित दायरे की भाषा माना जाता है, लेकिन जब यही भाषा कोरिया जैसे देश में बच्चों को सिखाई जाती है तो ये भाषा की ताकत और सांस्कृतिक जुड़ाव की मिसाल बन जाती है. इस वीडियो ने न सिर्फ एक नई भाषा सिखाई, बल्कि दो संस्कृतियों को जोड़ने का काम भी किया.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *