ब्रिटेन : डॉ. तलीबी गैर-मुस्लिम और गोरों से करता था नफरत, महिला को यातना देने और रेप का आरोप 

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नई दिल्ली : ब्रिटेन से आई ये खबर वाकई चौंकाने वाली है. यहां एक डॉक्टर को मरीज की इजाजत के बिना उसकी तस्वीर इंटरनेट पर डालना भारी पड़ गया है. ब्रिटेन के मेडिकल प्रैक्टिशनर्स ट्रिब्यूनल सर्विस (MPTS) ने डॉ. सैयद तलीबी को हमेशा के लिए डॉक्टरों की लिस्ट से हटा दिया है. दरअसल, सितंबर 2017 में तलीबी ने एक डेटिंग साइट पर अपनी प्रोफाइल बनाते वक्त मरीज के दिमाग की सर्जरी करते हुए ली गई तस्वीर अपलोड कर दी थी. इस फोटो में मरीज का खुला हुआ दिमाग साफ दिख रहा था. इसके साथ उन्होंने लिखा था कि वह ’28 साल के ब्रेन सर्जन’ हैं.

हालांकि, यह मामला सिर्फ फोटो शेयर करने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि डॉक्टर पर और भी गंभीर आरोप लगे हैं. ट्रिब्यूनल में बताया गया कि डॉ. सैयद तलीबी पर कई तरह की गलत हरकतों के आरोप हैं. उन पर एक महिला को वॉटरबोर्डिंग यानी पानी से यातना देने की धमकी देने, नस्लभेदी बातें करने, हथियारों के साथ फोटो खिंचवाने और बुरा सलूक का आरोप है. एक महिला ने यह भी आरोप लगाया कि उसने उसके साथ जबरन संबंध बनाए और बार-बार दुर्व्यवहार किया.

‘मुझे गैर-मुस्लिम और गोरों से नफरत है’ : जांच में यह भी सामने आया कि तलीबी ने मर्डर और सिर काटने के वीडियो और वॉटरबोर्डिंग उपकरणों की तस्वीरें डाउनलोड करके देखी थीं. इसके अलावा वह नस्लभेदी और अपमानजनक बातें करता था.वह कहता था, ‘मुझे अफगान संस्कृति से नफ़रत है’ और ‘मुझे गैर-मुस्लिम और गोरों से नफरत है.’

डॉक्टर का चाकू, कुल्हाड़ी और नकली बंदूकों के साथ पोज : डॉ. सैयद तलीबी को तुरंत ही जनरल मेडिकल काउंसिल (GMC) की रजिस्टर से हटा दिया गया. GMC ब्रिटेन में भारत की नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) की तरह ही मेडिकल लाइसेंस देने वाली संस्था है. इसका मतलब है कि अब वह डॉक्टर के तौर पर काम नहीं कर सकते. द इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे पहले तलीबी ने खुद ही अक्टूबर 2017 में GMC को जानकारी दी थी. उन्होंने दावा किया था कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप ‘बिल्कुल झूठे’ हैं. लेकिन जुलाई 2018 तक मामला गंभीर हो गया और वेस्ट मिडलैंड्स पुलिस ने उन्हें जबरदस्ती और कंट्रोल करने वाले व्यवहार तथा रेप के तीन आरोपों में गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने जब उनके डिवाइस जांचे, तो उसमें उनकी तस्वीरें मिलीं जिनमें वह चाकू, कुल्हाड़ी और नकली बंदूकों के साथ पोज दे रहे थे.

वाटर बोर्ड से मारने की धमकी दी, दूध का पाउडर चुराया : सुनवाई के दौरान एमपीटीएस ने फैसला सुनाया कि तालिबी ने महिला को वाटर बोर्ड से मारने की धमकी दी थी और 2016-17 में उसके साथ फिजिकल हैरेसमेंट भी किया था. वह सिर्फ क्लिनिकल  प्रैक्टिस के दौरान ही नहीं बल्कि बाहर भी बदतमीजी करते थे. उन्होंने मई 2017 में एक असदा स्टोर से दूध पाउडर चुराया था और एक महीने बाद इलेक्ट्रिक डिपार्टमेंट को बिल की गलत जानकारी दी थी. इसके बाद ट्रिबियबनल ने फैसला सुनाया कि डॉ. तालिबी का रवैया पेशेवर डॉक्टर के मानकों के मुताबिक नहीं है. इसलिए उन्हें तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने का आदेश दिया.

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