नई दिल्ली : बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस पर देश में ‘अराजकता’ फैलाने का आरोप लगाया। हसीना ने कहा कि उन्होंने देश के लोगों को मारने के लिए ‘आतंकवादियों’ को छोड़ दिया है।
पिछले साल छात्रों के नेतृत्व में बांग्लादेश में सरकार विरोधी बड़े पैमाने पर हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे। इसके बाद हसीना को शेख हसीना को प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा देने का मजूबर होना पड़ा और पांच अगस्त को वह बांग्लादेश से भागकर भारत आ गईं।
‘यूनुस ने आतंकवादियों को छोड़ दिया’ : हसीना ने पिछले साल जुलाई-अगस्त में हुए हिंसक सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान मारे गए पुलिस अधिकारियों की विधवाओं और बच्चों के साथ डिजिटल माध्यम से बातचीत की। इस दौरान हसीना ने कहा, उन्होंने (मोहम्मद यूनुस) सभी जांच एजेंसियों को भंग कर दिया है और लोगों की हत्या करने के लिए आतंकवादियों को छोड़ दिया है। वह बांग्लादेश को तबाह कर रहे हैं।
‘पुलिसकर्मियों की मौत का बदला लूंगी’ : बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया। जिसमें हसीना शोकाकुल परिवारों के सदस्यों को सांत्वना देते हुए नजर आ रही हैं कि घर लौटने के बाद वह इन हत्याओं का बदला लेंगी। उन्होंने कहा, मैं वापस आऊंगी और हमारे पुलिसकर्मियों की मौत का बदला लूंगी। हसीना ने आगे कहा, जब मेरी सरकार गिरा दी गई थी, तो मैं भी भगवान की कृपा से बाल-बाल बच गईं। भगवान ने निश्चित रूप से मुझे कुछ अच्छा करने के लिए जीवित रखा।
‘यूनुस को सरकार चलाने का अनुभव नहीं’ : अपदस्थ प्रधानमंत्री ने कहा, यूनुस को सरकार चलाने का कोई अनुभव नहीं है। हमें इस अराजकता को खत्म करना होगा। जूम के जरिए हुई इस बातचीत का संचालन पार्टी के नजरुल इस्लाम ने किया। इससे पहले सोशल मीडिया पर हसीना ने यूनुस पर उनकी सरकार को हटाने और सत्ता कब्जाने के लिए एक लंबी और सुनियोजित साजिश रचने का आरोप लगाया था।
पिछले हफ्ते संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने बांग्लादेश में जुलाई और अगस्त 2024 के विरोध प्रदर्शनों को लेकर रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट में कहा गया था कि इस अशांति के कारण 1,400 लोगों की जान गई।