पाकिस्तान ने बताया ट्रेन हाइजैकिंग के पीछे भारत का हाथ, मोदी सरकार ने दिया सख्त जवाब

Pakistan-Train-Hijack-Ind-Pak

नई दिल्ली : पाकिस्तान में बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने हाल ही में जाफर एक्स्प्रेस को हाईजैक कर लिया था. जिसमें 400 से ज्यादा यात्री सवार थे. हालांकि पाकिस्तान आर्मी को ट्रेन और यात्रियों को छुड़ाने के लिए बड़ा ऑपरेशन चलाना जिसमें कई लोगों की मौत भी हुई. दोनों तरफ से चली गोलियों के चलते ऑपरेशन में कुल 58 लोग मारे गए, जिनमें 21 यात्री, 4 सैनिक और सभी 33 हमलावर शामिल थे. दुनिया भर फजीहत के बाद पाकिस्तान ने ट्रेन अपहरण के पीछे भारत का हाथ होने का इशारा दिया था. हालांकि भारत ने उसको मुंह तोड़ जवाब दिया है.

‘हमलावरों को भारत का समर्थन हासिल है’ : पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने कहा कि इस हमले के हमलावरों के हैंडलर अफगानिस्तान में मौजूद थे और इन्हें भारत का समर्थन हासिल था. उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके पास ऐसे सबूत हैं, जिनसे यह साबित होता है कि अपहरण से जुड़ी कॉल्स अफगानिस्तान से की गई थीं.

‘हमारे पास पुख्ता सबूत हैं’ : गुरुवार को मीडिया से बातचीत के दौरान जब उनसे पूछा गया कि क्या पाकिस्तान ने भारत से हटकर अब अफगानिस्तान को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराने की नीति अपनाई है, तो उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है. उन्होंने दोहराया कि भारत पाकिस्तान में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है और इस घटना में उनके पास कॉल्स को अफगानिस्तान से ट्रेस किए जाने के पुख्ता सबूत हैं.

पहले भी आरोप लगा चुका है पाकिस्तान : पाकिस्तान अपने राज्य बलूचिस्तान को लेकर अक्सर भारत पर आरोप लगाता आ रहा है कि वह बीएलए जैसे संगठनों को समर्थन दे रहा है. हालांकि, भारत इन आरोपों को निराधार बताकर खारिज करता रहा है. इस घटना के बाद बीएलए के हमलों में तेजी आई है और ट्रेन हाईजैक की घटना ने इस संघर्ष को और उग्र बना दिया है.

भारत ने दिया सख्त जवाब : पाकिस्तान की तरफ से लगाए गए नए आरोपों के बाद एक बार फिर भारत ने पाकिस्तान को सख्त जवाब दिया है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है,’हम पाकिस्तान के ज़रिए लगाए गए निराधार आरोपों को पूरी तरह से खारिज करते हैं. पूरी दुनिया जानती है कि वैश्विक आतंकवाद का केंद्र कहां है. पाकिस्तान को दूसरों पर उंगली उठाने और अपनी आंतरिक समस्याओं व नाकामियों का दोष दूसरों पर मढ़ने के बजाय खुद पर ध्यान देना चाहिए.’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *