राजस्थान : स्पेशल टास्क फोर्स ने अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा, अब तक 17 को किया गया दस्तयाब

Ajmer-Police

अजमेर : अजमेर जिला पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने अवैध बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ सातवीं बड़ी कार्रवाई की है, जिसमें अब तक कुल 17 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया है। यह अभियान पुलिस मुख्यालय, राजस्थान जयपुर द्वारा अवैध बांग्लादेशी और अन्य घुसपैठियों की पहचान और निष्कासन के आदेशों के तहत चलाया जा रहा है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य अजमेर शहर में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान करना और उन्हें निष्कासित करना है।

दरगाह थानाधिकारी दिनेश कुमार जीवनानी ने बताया कि अजमेर जिला पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा के निर्देशन में यह विशेष अभियान चलाया गया। इस अभियान में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु जागिंड और वृत्ताधिकारी लक्ष्मण राम के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। इस टीम ने दरगाह क्षेत्र के विभिन्न संभावित इलाकों में अवैध रूप से निवास करने वाले बांग्लादेशी नागरिकों का पता लगाने के लिए सघन अभियान चलाया। 

दरगाह थानाधिकारी दिनेश कुमार जीवनानी ने बताया कि पुलिस ने मुखबिरों से प्राप्त सूचना और तकनीकी साधनों का उपयोग करते हुए दरगाह क्षेत्र, जालियान कब्रिस्तान, अंदकोट, नई सड़क और अन्य क्षेत्रों में संदिग्ध व्यक्तियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान, 15-20 संदिग्ध व्यक्तियों को डिटेन किया गया और उनसे पूछताछ की गई। इनमें से एक व्यक्ति, मोहम्मद आरिफ हुसैन, निवासी दारीरामपुर, जिला मयमेन सिंह, बांग्लादेश, को पकड़ा गया। मोहम्मद आरिफ ने अपनी पहचान बांग्लादेशी नागरिक के रूप में की और यह स्वीकार किया कि वह लगभग 10 साल पहले बांग्लादेश के बेनापोल बॉर्डर से भारत में अवैध रूप से प्रवेश कर चुका था।

दरगाह थानाधिकारी दिनेश कुमार जीवनानी ने बताया कि बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद आरिफ हुसैन ने पूछताछ में कहा- वह विभिन्न स्थानों पर रहने के बाद दरगाह क्षेत्र में आकर खानाबदोश के रूप में रहने लगा था। उसने यह भी बताया कि वह बिना किसी वैध दस्तावेज के भारत में घुसा था और यहां अवैध रूप से रह रहा था। पुलिस ने इस व्यक्ति से गहन पूछताछ जारी रखी है और आगे की कार्रवाई के लिए उसे हिरासत में लिया है।

दरगाह थानाधिकारी दिनेश कुमार जीवनानी ने बताया कि यह कार्रवाई अजमेर पुलिस की निरंतर कोशिशों का हिस्सा है, जिसके तहत अवैध प्रवासियों की पहचान की जा रही है और उन्हें निष्कासित किया जा रहा है। पुलिस ने यह सुनिश्चित किया है कि इस तरह के अभियानों को नियमित रूप से चलाया जाए, ताकि अवैध रूप से रह रहे प्रवासियों की पहचान की जा सके और उन्हें कानून के अनुसार सजा दिलवाई जा सके।

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