अलकायदा ने दी खौफनाक धमकी, ट्रंप-एलन मस्क और जेडी वेंस को मिलकर मार डालो…

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नई दिल्ली : यमन में अल-कायदा के नेता साद बिन आतिफ अल-अवलकी ने इजरायल-हमास युद्ध को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अरबपति एलन मस्क को धमकी दी है. यह धमकी उनके पहले वीडियो संदेश में दी गई, जो शनिवार को अल-कायदा इन द अरेबियन पेनिनसुला (AQAP) के समर्थकों ने ऑनलाइन फैलाया. अल-अवलकी, जिन पर अमेरिका ने 60 लाख डॉलर का इनाम रखा है. गाजा में चल रहे युद्ध को लेकर नाराजगी जताई, जिसमें पिछले 20 महीनों में कम से कम 54,772 फिलिस्तीनियों की मौत हुई है.

अल-अवलकी ने अपने 30 मिनट के वीडियो में कहा, “गाजा में हमारे लोगों के साथ जो हुआ और हो रहा है, उसके बाद कोई सीमा नहीं बची. जवाबी कार्रवाई जायज है.” उन्होंने मिस्र, जॉर्डन और खाड़ी देशों के नेताओं पर “लोन वुल्फ” हमलों के लिए उकसाया. वीडियो में ट्रंप, मस्क, अमेरिकी उप-राष्ट्रपति जे.डी. वैंस, विदेश मंत्री मार्को रुबियो और रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ की तस्वीरें दिखाई गईं. मस्क की कंपनियों, जैसे टेस्ला, के लोगो भी वीडियो में शामिल थे.

AQAP और हूती का गाजा पर फोकस : 2009 में यमन और सऊदी अल-कायदा के विलय से बनी AQAP, यमन के हूती विद्रोहियों से पूरी तरह अलग है. हूती, जो यमन के ज्यादातर हिस्सों पर कब्जा जमाए हुए हैं, ने हाल ही में अमेरिका के साथ युद्ध विराम किया है. AQAP ने यमन के गृहयुद्ध के दौरान अपनी ताकत बढ़ाई, जिसमें हूती और सऊदी नेतृत्व वाली गठबंधन सेना के बीच 2015 से संघर्ष चल रहा है. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, AQAP के पास 3,000 से 4,000 सक्रिय और निष्क्रिय लड़ाके हैं, जो बैंक लूट, हथियार तस्करी, नकली मुद्रा और फिरौती जैसे कामों से धन जुटाते हैं.

हाल के वर्षों में, AQAP को आंतरिक कलह और अमेरिकी ड्रोन हमलों से कमजोर माना जाता है, लेकिन 2011 में ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद इसे अल-कायदा की सबसे खतरनाक शाखा माना गया. अल-अवलकी ने 2024 में खालिद बतारफी की मौत के बाद AQAP की कमान संभाली.

हूती की लोकप्रियता को चुनौती : गाजा युद्ध पर AQAP का फोकस हूती विद्रोहियों की रणनीति से मिलता-जुलता है, जो इजरायल पर मिसाइल हमले और लाल सागर में जहाजों को निशाना बना रहे हैं. हूती ने खुद को “अरब और मुस्लिम दुनिया के प्रतिरोध” का नेता बताया है. बाशा रिपोर्ट के यमन विशेषज्ञ मोहम्मद अल-बाशा कहते हैं, “हूती की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए, अल-अवलकी गाजा के मुद्दे पर खुद को उतना ही चिंतित दिखाकर उनकी बादशाहत को चुनौती देना चाहते हैं.”

यमन का महत्व : अल-बाशा ने कहा, “राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति के लिए यमन से ध्यान हटाने वालों के लिए यह वीडियो एक चेतावनी है: यमन अभी भी मायने रखता है.” हूती और AQAP के बीच पहले टकराव रहा, लेकिन हाल में AQAP के हूती पर हमले कम हुए हैं, जबकि वे सऊदी गठबंधन पर हमले जारी रखे हुए हैं.

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