नई दिल्ली : नए निजाम के आने के बाद से ही अमेरिका में रोज कुछ ना कुछ सरकारी ऐलान हो रहे है. इसी कड़ी में अमेरिकी सरकारी विभाग ने क्लियर किया है कि अगर आपके सोशल मीडिया पोस्ट यहूदी विरोधी या आतंकी संगठनों के समर्थन वाले पाए गए तो आपका वीजा रद्द या नामंजूर किया जा सकता है. अमेरिकी सिटीजनशिप एंड इमीग्रेशन सर्विसेज USCIS ने यह नीति औपचारिक रूप से लागू कर दी है.
किन पोस्टों से होगा वीजा पर असर : दरअसल USCIS के नए नियमों के मुताबिक अगर किसी के सोशल मीडिया पर ऐसे पोस्ट हैं जो हमास हिजबुल्लाह या हूती जैसे आतंकी संगठनों का समर्थन करते हैं तो उसे अमेरिका में एंट्री या ग्रीन कार्ड मिलने में दिक्कत आ सकती है. ट्रंप प्रशासन के मुताबिक ऐसे किसी भी व्यक्ति को अमेरिका में रहने का कोई हक नहीं है.
तुरंत लागू होगी नई पॉलिसी : यह पॉलिसी तुरंत प्रभाव से लागू हो गई है. इसका असर स्टूडेंट वीजा परमानेंट रेजिडेंसी ग्रीन कार्ड और अन्य वीजा आवेदनों पर पड़ेगा. USCIS अब सोशल मीडिया को वीजा फैसले में एक महत्वपूर्ण फैक्टर मान रहा है.
सैकड़ों छात्रों के वीजा रद्द : ट्रंप प्रशासन के अनुसार पिछले कुछ हफ्तों में करीब 300 विदेशी छात्रों के वीजा रद्द किए जा चुके हैं. अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा कि गैर-अमेरिकी नागरिकों को अमेरिका में रहने का अधिकार नहीं होता और वीजा देना या न देना सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है.
अमेरिका का मैसेज क्लियर है.. : DHS की असिस्टेंट सेक्रेटरी ट्रिशा मैक्लॉफलिन ने बयान में कहा कि दुनिया के आतंकी समर्थकों के लिए अमेरिका में कोई जगह नहीं है. हम उन्हें आने या यहां रहने की अनुमति देने के लिए बाध्य नहीं हैं. अब अमेरिका में प्रवेश या वहां रहना चाहते हैं तो सोशल मीडिया पर पोस्ट करने से पहले सतर्क रहना होगा.