गुवाहाटी : असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने गुरुवार को कहा कि देश में काम करने वाले एक शख्स को तीन साल तक पाकिस्तान से वेतन मिला. सीएम हिमंता ने ये आरोप पाकिस्तानी प्लानिंग कमीशन के एडवाइजर अली तौकीर शेख और भारत में उसके सहयोगियों के बीच रिश्तों की जांच कर रही विशेष जांच दल के हवाले से लगाया है.
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की ब्रिटिश पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से कथित संबंधों को लेकर उठे विवाद के बीच, असम पुलिस ने पिछले महीने एक प्राथमिकी दर्ज की थी और भारत के आंतरिक मामलों पर शेख की सोशल मीडिया टिप्पणियों की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया था. सीएम हिमंता का आरोप है कि तौकीर, एलिजाबेथ का बॉस रह चुका है.
तौकीर शेख UAPA के तहत मामला दर्ज : पाकिस्तान योजना आयोग के सलाहकार और कोलबर्न के पूर्व सहयोगी शेख पर BNS और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) की अलग-अलग धाराओं के तहत आरोप लगाए गए थे. जांच की प्रगति के बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने कहा कि एसआईटी को पिछले दो महीने में ‘इर्रीफ्यूटेबल दस्तावेज मिले हैं, जिनसे साफ रूप से स्थापित होता है कि किसी व्यक्ति को पाकिस्तान से पैसा मिला था.’
उन्होंने आगे कहा, ‘वह भारत में काम कर रहा था/रही थी, लेकिन उसे पड़ोसी देश से तीन साल से वेतन मिल रहा था.’ असम के पुलिस महानिदेशक हरमीत सिंह ने शेख के खिलाफ मामले की जांच के लिए फरवरी में एसआईटी का गठन किया था.
क्या है पूरा मामला? : लोकसभा में कांग्रेस के दूसरे सबसे बड़े नेता गौरव गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ इन दिनों विवाद में है. दरअसल, सीएम हिमंत बिस्व सरमा एलिजाबेथ गोगोई की विदेशी नागरिकता पर सवाल उठा रहे हैं और उनके पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से लिंक होने का आरोप लगा रहे हैं. वहीं, गौरव गोगोई ने सीएम के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मेरी पत्नी पर ISI एजेंट होने का आरोप है, तो मुझे रॉ एजेंट भी कहा जा सकता है.