नई दिल्ली/ चगाई : बलूचिस्तान में मात्र 25 साल की उम्र में कशिश चौधरी नाम की एक युवती को पाकिस्तानी हिंदुओं के अल्पसंख्यक समुदाय की पहली महिला सहायक आयुक्त के रूप में नियुक्त किया गया है. चगाई जिले के नोशकी कस्बे की रहने वाली कशिश ने अपनी इस उपलब्धि से इतिहास रच दिया है. बता दें कि बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे अशांत प्रांत है.
महिला सहायक आयुक्त बनीं कशिश : कशिश चौधरी ने बलूचिस्तान लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षा पास की है. उनकी यह उपलब्धि पाकिस्तान के अल्पसंख्यक समुदाय के लिए बड़ी प्रेरणा है. पाकिस्तानी न्यूज मीडिया से बात करते हुए कशिश ने कहा,’ अनुशासन, कड़ी मेहनत और समाज में योगदान देने की इच्छा ने मुझे इस यात्रा में आगे बढ़ाया है.’ उन्होंने कहा कि इस सफलता को हासिल करने के लिए उन्होंने रोजाना कम से कम 8 घंटे तैयारी की.
पिता को बेटी पर गर्व : बेटी कशिश चौधरी की इस उपलब्धि को पिता गिरधारी लाल ने अपनी बेटी पर गर्व जताया. मध्यम स्तर के व्यापारी लाल ने कहा,’ यह मेरे लिए बेहद गर्व की बात है कि मेरी बेटी अपनी कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता के कारण सहायक आयुक्त बन गई है.’ उन्होंने आगे कहा कि कशिश हमेशा से पढ़ाई करने और महिलाओं के लिए कुछ करने का सपना देखती थी. कशिश और उनके पिता सोमवार को क्वेटा में बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती से मुलाकात करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सीएम से कहा कि वह महिलाओं और अल्पसंख्यकों के सशक्तिकरण की दिशा में काम करेंगी साथ ही वह क्षेत्र के विकास पर भी ध्यान देंगी.
महिलाओं के लिए उदाहरण : बलूचिस्तान के सीएम बुगती ने कहा कि यह देश के लिए गर्व की बात है कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोग अपनी मेहनत और लग्न के दम पर महत्वपूर्ण पदों पर पहुंचते हैं. उन्होंने कहा,’ कशिश देश और बलूचिस्तान के लिए गर्व का प्रतीक है. बता दें कि कशिश चौधरी को पाकिस्तान की उन अल्पसंख्यक और हिंदू समुदाय की महिलाओं के रूप में गिना जाता है, जिन्होंने पुरुष प्रधान क्षेत्रों में सफलता हासिल की है.