नई दिल्ली/ढाका : बांग्लादेश में सियासी उथल-पुथल के बीच पूर्व प्रधानमंत्री और सत्तारूढ़ अवामी लीग की प्रमुख शेख हसीना ने अंतरिम सरकार के मुखिया और नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मुहम्मद यूनुस पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। शेख हसीना ने दावा किया कि यूनुस ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंधित आतंकी संगठनों की मदद से सत्ता पर कब्जा किया है और अब पूरे देश पर उन्हीं आतंकियों का राज कायम हो गया है।
इंडिया टु़डे की खबर के अनुसार शेख हसीना ने एक फेसबुक पोस्ट के ज़रिए आरोप लगाया कि यूनुस ने सत्ता हथियाने के लिए जिन लोगों का सहारा लिया, वे वहीं चरमपंथी और आतंकवादी हैं जिनसे बांग्लादेश की जनता को अब तक सुरक्षा दी जाती रही थी। “यूनुस ने सत्ता हथियाने के लिए प्रतिबंधित संगठनों के आतंकियों से हाथ मिलाया। हमने जिनसे वर्षों तक देशवासियों की रक्षा की, उन्हीं को अब सत्ता में जगह दी जा रही है।”
“बांग्लादेश की जेलें खाली, आतंकियों को कर दिया गया रिहा” : शेख हसीना ने अपने पोस्ट में आगे लिखा, “हमने जब एक आतंकवादी हमला हुआ था, तब सख्ती से कार्रवाई की थी। दर्जनों कट्टरपंथियों को गिरफ्तार किया गया था। लेकिन अब वे सभी जेल से रिहा कर दिए गए हैं। बांग्लादेश की जेलें लगभग खाली कर दी गई हैं। इन आतंकियों को यूनुस ने आज़ाद कर दिया है, और अब बांग्लादेश उन्हीं के नियंत्रण में है।” उन्होंने इसे देश की संप्रभुता, सुरक्षा और लोकतंत्र के लिए एक गंभीर खतरा बताया।
अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठ सकता है मुद्दा : शेख हसीना के इस बयान के बाद यह आशंका जताई जा रही है कि वे जल्द ही यह मुद्दा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उठा सकती हैं। यूनुस पहले ही पश्चिमी देशों, विशेषकर अमेरिका के करीबी माने जाते हैं, और हसीना लंबे समय से उन्हें विदेशी शक्तियों का मोहरा बताती रही हैं। हालांकि अभी तक मोहम्मद यूनुस या अंतरिम सरकार की ओर से कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।