कोलकाता : पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में एक बेहद ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। नादिया जिले में रविवार को एक परिवार ने अपनी जीवित बेटी का श्राद्ध कर दिया। यह अनुष्ठान कॉलेज छात्रा द्वारा अपने परिवार के खिलाफ घर से भागकर दूसरे धर्म में शादी करने के 12 दिन बाद किया गया।
लड़की के चाचा सोमनाथ बिस्वास ने कहा, वह हमारे लिए लगभग मर चुकी है। हमने उसकी शादी तय की थी, लेकिन वह हमारी बात भी नहीं सुनना चाहती थी। उसने हमें इस तरह छोड़कर बदनाम कर दिया। बस बहुत हो गया। श्राद्ध की सभी रस्में निभाई गईं, जिसमें सिर मुंडवाना भी शामिल था।
पुजारी ने जहां समारोह कराया, वहां युवती की एक माला से सजी तस्वीर भी रखी गई। उसकी मां ने कहा, हमने उसका सारा निजी सामान भी जला दिया है। दरअसल, परिवार ने स्थानीय कॉलेज की द्वितीय वर्ष की छात्रा की शादी तय की थी, लेकिन उसने विद्रोह कर दिया। परिवार में कई बार विवाद होने के बाद वह दूसरे धर्म के एक युवक के साथ घर छोड़कर चली गई।
बिस्वास ने यह स्पष्ट नहीं किया कि युवक का दूसरे धर्म से होना उनके निर्णय को प्रभावित करता है या नहीं। उनके अनुसार लड़की के पिता विदेश में काम करते हैं, लेकिन उन्होंने परिवार के निर्णय का समर्थन किया। सूत्रों ने बताया कि महिला जिले में कहीं और अपने ससुराल वालों के साथ है। मनोवैज्ञानिकों द्वारा उसकी काउंसलिंग की जा रही। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, हमें घटना के बारे में पता चला, लेकिन हम अपने स्तर पर कार्रवाई नहीं कर सकते, क्योंकि वह वयस्क है। इस संबंध में किसी ने शिकायत दर्ज नहीं कराई है।