ब्रिटेन : फिलिस्तीन समर्थक सैन्य एयरबेस में घुसकर दो फाइटर प्लेन को पहुंचाया नुकसान, तलाश जारी

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नई दिल्ली/लंदन : ब्रिटेन में फिलिस्तीन समर्थक दो कार्यकर्ताओं ने एक बड़े सैन्य एयरबेस में घुसकर दो सैन्य विमानों को नुकसान पहुंचाया है। यह घटना बुधवार को हुई, जब फलस्तीन एक्शन नाम के संगठन के दो सदस्यों ने आरएएफ ब्राइज नॉरटन एयरबेस में घुसकर विमानों पर लाल रंग का पेंट छिड़का और उन्हें लोहे की छड़ से भी क्षति पहुंचाई।

कैसे हुई घटना? : फलस्तीन एक्शन ने बताया कि उनके दो सदस्य इलेक्ट्रिक स्कूटर पर सवार होकर एयरबेस के अंदर पहुंचे और वॉयजर जेट्स (जो हवा में ईंधन भरने के काम आते हैं) को निशाना बनाया। उन्होंने अग्निशमन यंत्र में लाल रंग भरकर विमानों के टर्बाइन इंजनों में छिड़क दिया। उन्होंने इस पूरी घटना का एक वीडियो भी जारी किया है जिसमें एक व्यक्ति को विमान के पास जाकर इंजन में पेंट छिड़कते हुए देखा जा सकता है। आश्चर्य की बात यह है कि दोनों कार्यकर्ता सुरक्षा बलों को चकमा देकर एयरबेस से सुरक्षित बाहर निकल गए।

फलस्तीनी कार्यकर्ताओं का आरोप : फलस्तीन एक्शन ने बयान जारी कर कहा कि भले ही ब्रिटेन सरकार सार्वजनिक रूप से इस्राइल की आलोचना करती हो, लेकिन असल में वह इस्राइल और अमेरिका की सैन्य मदद कर रही है। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन गाजा में जनसंहार और युद्ध अपराधों में सक्रिय भागीदार है, क्योंकि वह सैन्य मालवाहक विमान भेजता है, गाजा पर निगरानी रखने के लिए जासूसी विमान उड़ाता है और अमेरिकी/इस्राइली लड़ाकू विमानों में हवा में ईंधन भरता है।

ब्रिटिश सरकार की प्रतिक्रिया : ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने घटना की पुष्टि की और कहा कि वे इस तरह की तोड़फोड़ की कड़ी निंदा करते हैं। प्रधानमंत्री कीएर स्टार्मर ने इसे शर्मनाक कहा और कहा कि इससे ब्रिटिश सेना की गतिविधियों पर कोई असर नहीं पड़ा है। सरकार ने बताया कि दोनों विमानों की जांच की जा रही है, लेकिन एयरबेस की उड़ानों या ऑपरेशनों में कोई बाधा नहीं आई है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि ब्राइज नॉरटन एयरबेस समेत पूरे रक्षा तंत्र की सुरक्षा की समीक्षा की जा रही है।

क्या है ब्रिटिश एयरबेस का महत्व? : ब्राइज नॉरटन एयरबेस लंदन से लगभग 112 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में है और यह ब्रिटेन का प्रमुख सैन्य एयरबेस है। यहीं से नियमित उड़ानें साइप्रस स्थित आरएएफ अकर्टिरी बेस पर जाती हैं, जो मिडिल ईस्ट में ब्रिटेन की सैन्य गतिविधियों का मुख्य केंद्र है। इजरायल-ईरान युद्ध शुरू होने के बाद ब्रिटेन ने अपने लड़ाकू और ईंधन भरने वाले विमानों की तैनाती साइप्रस में और बढ़ा दी है।

पुलिस कर रही कार्रवाई : थेम्स वैली पुलिस ने बताया कि उन्हें इस घटना की सूचना मिली है और वे रक्षा मंत्रालय पुलिस के साथ मिलकर दोषियों को गिरफ्तार करने की कोशिश कर रहे हैं। यह घटना ब्रिटेन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है, खासकर ऐसे समय में जब मध्य पूर्व में हालात तनावपूर्ण हैं और ईरान ने चेतावनी दी है कि अगर ब्रिटेन, अमेरिका या फ्रांस इस्राइल की सैन्य मदद करेंगे तो वह उनके ठिकानों पर हमला कर सकता है।

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