नई दिल्ली : बीजिंग से एक बड़ी ही शॉकिंग न्यूज लीक हुई है. वो ये कि ताउम्र चीन के सुप्रीम लीडर रहने वाले शी जिनपिंग मिसिंग है. वे बीते 16 दिनों से लापता है. इस वक्त जिनपिंग कहां है और कैसे हैं. कहीं उनके साथ कोई अनहोनी तो नहीं हुई. इन तमाम सवालों में दुनिया उलझी हुई है. वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तानी जिनपिंग के लापता होने की खबर सामने आने के बाद मातम पसरा हुआ है.
आखिर कहां गायब हो गए हैं जिनपिंग? : ये सवाल इस वक्त हर पाकिस्तान के जेहन में उथल-पुथल मचा रहा है. इस सवाल के चलते पूरे पाकिस्तान में मातम पसरा हुआ है. जानते हैं 25 करोड़ पाकिस्तानियों के मायूस होने की वजह क्या है. पाकिस्तान के सबसे बड़े रहनुमा सबसे बड़े मददगार यानी पाकिस्तान के असली आका शी जिनपिंग की मिसिंग मिस्ट्री जिसने सिर्फ चीन ही नहीं बल्कि पूरे पाकिस्तान में खलबली मचा दी है.
बीजिंग से सामने आ रही खबर के मुताबिक, बीते 16 दिनों से प्रेसिडेंट जिनपिंग लापता है! बीते 16 दिनों से शी को किसी ने नहीं देखा है! हालांकि इस खबर पर बीजिंग की तरफ से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है और ना ही बीजिंग ने जिनपिंग की मिसिंग मिस्ट्री वाली खबर की पुष्टि की है. मगर हाल के दिनों में कुछ ऐसे वाक्यात हुए हैं. जिसके बाद ये आशंका जतायी जा रही है कि क्या चीन में तख्तापलट हो चुका है? क्या जिनपिंग सत्ता से बेदखल हो चुके हैं? या फिर जिनपिंग के साथ कोई अनहोनी हुई है?
16 दिनों से नहीं मिल रहा कोई सुराग : चीनी प्रेसिडेंट जिनपिंग का यूं गायब हो जाना. उनसे जुड़ी तस्वीर या फिर किसी बयान का सामने नहीं आना तमाम तरह के सवाल खड़े कर रहा है. हो भी क्यों नहीं, असल में चीन जैसे मुल्क में जिनपिंग के नाम की धमक और खनक है. आप ये जानकर हैरान रह जाएंगे कि शी ने तीसरी बार राष्ट्रपति बनने के साथ ही ड्रैगन कंट्री के तमाम कायदे-कानून को हटाकर ताउम्र चीन की सत्ता संभालने का ऐलान तक कर दिया था. मगर आज की तारीख में वहीं जिनपिंग लापता है. उनसे जुड़ा कोई सुराग सामने नहीं आ रहा है.
दरअसल, शी जिनपिंग BRICS शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे. जिनपिंग की जगह PM ली क्विंग इस सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. 12 साल में पहली बार जिनपिंग ब्रिक्स सम्मेलन से दूर रहेंगे. 2013 में जिनपिंग की पहली बार ताजपोशी हुई. तब से लेकर अब तक जिनपिंग ब्रिक्स समूह की हर बैठक में शामिल होते आए थे. ऐसे में इस बार जिनपिंग का ब्रिक्स सम्मेलन में ना आना जिनपिंग की मिसिंग मिस्ट्री को और भी ज्यादा गहराता जा रहा है.
पाकिस्तान में क्यों पसरा है मातम : दरअसल, चीन को लेकर इस तरह की भी खबरें सामने आती रही है कि वहां जब भी किसी लीडर को कुर्सी से हटाया जाता है तो सीधे इस खबर को पब्लिकली नहीं किया जाता बल्कि धीरे-धीरे उस लीडर को इरेलीवेंट यानी नदारद कर दिया जाता है. कुछ एक्सपर्ट ये आशंका भी जता रहे हैं कि इस बार जिनपिंग के साथ ये सलूक किया गया है. मगर बड़ा सवाल ये है कि जिनपिंग के होने ना होने से पाकिस्तान क्यों दुखी है. आखिर पाकिस्तानी क्यों मातम मना रहे हैं.
असल में जिनपिंग ही वो शख्स हैं. जिसके रहमो-करम पर पाकिस्तान टिका है. पाकिस्तानियों की रोजी-रोटी चलती है क्योंकि शहबाज-मुनीर दंडवत होकर जिनपिंग के आगे झोली फैलाते हैं. वहीं अपने शार्गिदों को खुश करने के लिए जिनपिंग चीनी सिक्के उछाल देते हैं. यह भी बता दें कि पाकिस्तान को चीन की तरफ से 32,000 करोड़ रुपये मिलने थे. चीन ने पाकिस्तान को J-35 फाइटर जेट देने का वादा किया था. इसके अलावा पाकिस्तान को चीन से अवाक्स विमान भी मिलना था.
जानते हैं, इन सारे समझौतों पर मुहर जिनपिंग की लगी थी. लेकिन जब जिनपिंग ही लापता हैं तो फिर डील कैसी. बस यही बात पाकिस्तानियों को खाए जा रही है. तभी तो जिनपिंग के लापता होने की खबर जैसे ही वायरल हुई है. 25 करोड़ पाकिस्तानी छाती पीट-पीट कर बिलख रहे हैं.