मैक्लॉडगंज : तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा के उत्तराधिकारी को लेकर इन दिनों चर्चा जोरों पर है. इस बीच अपने 90वें जन्मदिन से ठीक एक दिन पहले दलाई लामा ने एक भविष्यवाणी की है. उन्होंने कहा है कि वे 130 साल या उससे भी अधिक जिएंगे. यह बात उन्होंने हिमाचल प्रदेश के मैक्लॉडगंज स्थित मुख्य तिब्बती मंदिर में केंद्रीय तिब्बती प्रशासन CTA की तरफ से आयोजित दीर्घायु प्रार्थना समारोह में कही. उन्होंने कहा कई अब तक मुझे लगता है कि मैंने बुद्ध धर्म और तिब्बतियों की सेवा ठीक तरह से की है. अब मैं 30-40 साल और जीना चाहता हूं. शायद 130 से भी अधिक जीवित रहूंगा.
चीन की सक्रियता से जोड़ा जा रहा है.. : असल में दलाई लामा अकसर अपने जीवनकाल को लेकर हंसी मजाक में भविष्यवाणियां करते रहते हैं. दिसंबर 2024 में उन्होंने कहा था कि वे 110 साल से ज्यादा जी सकते हैं. पांच साल पहले उन्होंने अपने अनुयायियों को कहा था कि वे 113 साल से अधिक जीवित रहेंगे. हालांकि इस बार के बयान को चीन की सक्रियता से जोड़ा जा रहा है.
एक बयान पर हल्की सी तकरार : इसके अलावा दलाई लामा ने कहा कि हमने देश खो दिया है. लेकिन भारत में निर्वासन का जीवन ही वह स्थान है जहां मैंने सबसे ज्यादा जीवों को लाभ पहुंचाया है. विशेष रूप से धर्मशाला में रहने वाले लोगों की सेवा करने का मेरा प्रयास जारी रहेगा. उनका यह बयान उस समय आया है जब उत्तराधिकारी की प्रक्रिया को लेकर भारत और चीन के बीच एक बयान पर हल्की सी तकरार देखने को मिली है.
अगले दलाई लामा का चुनाव : हुआ यह था कि चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने हाल में कहा था कि अगला दलाई लामा चुनने की प्रक्रिया बीजिंग द्वारा स्वीकृत होनी चाहिए. उन्होंने भारत को भी इस मामले में ‘सावधानी’ बरतने की बात कही थी. यह कहते हुए कि तिब्बत से जुड़ी गतिविधियां द्विपक्षीय संबंधों को प्रभावित कर सकती हैं. इसी बीच भारत के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने दो टूक कहा कि अगले दलाई लामा का चुनाव केवल वर्तमान दलाई लामा और तिब्बती बौद्ध परंपरा की तरफ से होनी चाहिए.
फिलहाल दलाई लामा की तरफ से क्लियर कहा गया है कि उनके उत्तराधिकारी का चयन भारत में पंजीकृत गैर लाभकारी संस्था गदेन फोड्रांग ट्रस्ट करेगा. जिसे उन्होंने स्वयं स्थापित किया है. उनके इस बयान को चीन के लिए सीधा संदेश माना जा रहा है.