नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस के आतंकी निरोधक प्रकोष्ठ (विशेष प्रकोष्ठ, स्पेशल सेल) के मालखाने में चोरी का खुलासा ताले में लगी चाबी से हुआ। आरोपी हवलदार खुर्शीद आलम चोरी के बाद जल्दबाजी में चाबी भूल गया। उसने मालखाने में डाका डालने के लिए डुप्लीकेट चाबी बनवा रखी थी।
जब स्पेशल सेल में तैनात पुलिसकर्मियों ने ताले में चाबी लगी देखी तो हड़कंप मच गया। मालखाने को खोलकर देखा गया तो करोड़ रुपये की चोरी की बात का खुलासा हुआ। इसके बाद सेल कार्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो आरोपी का पता लग गया। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
मामले में कई सनसनीखेज खुलासे हुए हैं। आरोपी हवलदार खुर्शीद आलम स्पेशल सेल से रिलीव होने के बावजूद वह लगातार स्पेशल सेल के मालखाने में लगातार आता रहता था। वह हर बार चोरी करने के नकदी व आभूषण चुराकर ले जाता था। वह अब तक कई करोड़ रुपये की नकदी व आभूषण चुरा चुका है। स्पेशल सेल की सुरक्षा में तैनात पुलिस जवान यहीं सोचते थे कि ये मालखाने वाला है।
पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आरोपी रात के समय ही मालखाने में आता था और रात के समय ही चोरी करके ले जाता था। स्पेशल सेल के अनुसार वह करीब ढाई महीने से सेल के मालखाने में डाका डाल रहा था। यहां जाने के बाद भी उसका चोरी करने का सिलसिला जारी रहा। स्पेशल सेल के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त प्रमोद कुशवाह ने बताया कि आरोपी को वारदात के खुलासे के बाद छह घंटे के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया गया था।
स्पेशल सेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सेल का मालखाना चार कमरों में बना हुआ है। दो कमरे एक साथ जुडे़ हुए हैं, जबकि दो बड़े-बड़े कमरे है। सभी में आपराधिक वारदातों की प्रॉपर्टी रखी हुई है। मालखाने का प्रभारी 24 घंटे मालखाने में रहता है। मालखाना प्रभारी का सहायक होता है जो उसकी अनुपस्थिति में काम देखता है। हालांकि मालखाना प्रभारी रात को बैरक में जाकर सो जाता था। आरोपी खुर्शीद रात के समय ही मालखाने में आता था।
स्पेशल सेल के पुलिस अधिकारी ने बताया कि सेल के लोधी रोड स्थित कार्यालय के मालखाने से 1.5 करोड़ रुपये की नकदी-जेवर की कथित चोरी में हवलदार की गिरफ्तारी के बाद अब राष्ट्रीय राजधानी के सभी मालखानों में निगरानी का कार्य 10-12 कर्मियों के बजाय 20 कर्मचारियों द्वारा किया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि आमतौर पर मालखाने की निगरानी सीसीटीवी फुटेज के जरिये की जाती है और कड़ी निगरानी रखने के लिए वहां हमेशा 10 से 12 कर्मचारी तैनात रहते हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सभी मालखानों में सुरक्षा बढ़ाने का निर्णय लिया है और अब से वहां कड़ी निगरानी रखने के लिए 20 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। यह निर्णय दिल्ली पुलिस में तैनात हवलदार खुर्शीद को विशेष प्रकोष्ठ से मामलों से जुड़ी मूल्यवान संपत्ति चोरी करने के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के बाद लिया गया।
ऑनलाइन गेमिंग’ और जुए में लिप्त था : पूछताछ के दौरान खुर्शीद ने बताया कि वह ‘ऑनलाइन गेमिंग’ और जुए में लिप्त था और उसे अपना कर्ज चुकाने के लिए धन की आवश्यकता थी। कुछ अधिकारियों ने कहा कि संदिग्ध उस समय घुसने में सफल रहा जब सुरक्षा व्यवस्था कम थी, जबकि अन्य ने दावा किया है कि घटना के समय पुलिस थाने में कोई सुरक्षा नहीं थी। उन्होंने बताया कि हाल ही में उसका तबादला पूर्वी जिले में कर दिया गया था, लेकिन आशंका है कि वह ‘डुप्लीकेट’ चाबी का इस्तेमाल कर परिसर में प्रवेश करता रहा।
18 महीने तक काम किया : सूत्र ने बताया के ‘‘खुर्शीद ने करीब 18 महीने तक मालखाना प्रभारी के सहायक के तौर पर काम किया और कथित तौर पर इस जानकारी का अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया। उसने अपने कार्यकाल के दौरान बनाई गई चाबियों की नकल हासिल कर ली और अपने तबादले के बाद सतर्कता की कमी का फायदा उठाया। आरोपी को 31 मई को उत्तर-पूर्वी दिल्ली स्थित उसके घर से पकड़ लिया गया, उसी दिन उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। उसकी कार से कुछ चोरी का सामान बरामद कर लिया गया।
हिंदू बताकर शादी की : स्पेशल सेल के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने दो शादी कर रखी है। उसने महिला सिपाही से हिंदू बताकर शादी की थी। जब आरोपी के बारे में खुलासा हुआ तो महिला सिपाही ने इसकी शिकायत दी। बताया जा रहा है कि आरोपी ने महिला सिपाही से ही 12 से 13 लाख रुपये ले रखे हैं। अब वह इन पैसों को वापस नहीं कर रहा है।