नई दिल्ली : अहमदाबाद प्लेन क्रैश के बाद डीजीसीए (नागर विमानन महानिदेशालय) ने बड़ा फैसला लिया है. डीजीसीए ने एयर इंडिया के बोइंग 787-8/9 बेड़े पर की जांच का आदेश दिया है. नागर विमानन महानिदेशालय के आदेश के तहत फ्यूल पैरामीटर सिस्टम की जांच होगी. विमान की सुरक्षा के हर मानक की जांच की जाएगी. ये 15 जून से प्रभावी होगी. इसमें टेकऑफ मानकों की भी जांच होगी.
डीजीसीए ने अपने आदेश में कहा है, 12 जून को एयर इंडिया की फ्लाइट एएल-171 (अहमदाबाद-गैटविक) हादसे का शिका हो गई. आगे ऐसी कोई अनहोनी न हो, इसके लिएडीजीसीए एयर इंडिया को संबंधित क्षेत्रीय डीजीसीए कार्यालयों के समन्वय में तुरंत जेनएक्स इंजन से लैस B787-8/9 विमानों पर अतिरिक्त रखरखाव का निर्देश देता है.
15 जून से देश में फ्लाइट के टेकऑफ पहले एक बार जांच.
फ्यूल पैरामीटर मॉनिटरिंग और संबंधित सिस्टम की जांच.
केबिन एयर कंप्रेसर और संबंधित सिस्टम की जांच.
इलेक्ट्रॉनिक इंजन कंट्रोल सिस्टम की जांच.
इंजन ईंधन संचालित एक्ट्यूएटर-संचालन परीक्षण और फ्यूल सिस्टम की जांच
हाइड्रोलिक सिस्टम की जांच।
टेक-ऑफ मापदंडों की समीक्षा.
अगली सूचना तक ट्रांजिट निरीक्षण में ‘फ्लाइट कंट्रोल इंस्पेक्शन’ शुरू किया जाना.
दो सप्ताह के भीतर पावर एश्योरेंस जांच की जानी.
बी787-8/9 विमान पर पिछले 15 दिनों के दौरान बार-बार होने वाली खराबी की समीक्षा. जांच की रिपोर्ट समीक्षा के लिए डीजीसीए को पेश करें.
विमान हादसे में 241 लोगों की मौत : गुरुवार को अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने वाला एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान टेक ऑफ के कुछ ही देर बाद एक मेडिकल कॉलेज परिसर पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. विमान में 230 यात्री और 12 क्रू सदस्य सवार थे. एयर इंडिया ने पुष्टि की है कि इस हादसे में 241 लोगों की मौत हो चुकी है. एक यात्री चमत्कारी रूप से जीवित बच गया है. उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है.
AAIB को सौंपी गई जांच की जिम्मेदारी : हादसे के बाद शुक्रवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और अन्य केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारियों ने दुर्घटना स्थल का दौरा किया. अधिकारियों ने अभी तक जांच के संबंध में कोई जानकारी साझा नहीं की है. जांच की जिम्मेदारी नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) को सौंपी गई है.