नई दिल्ली : पेरिस ओलंपिक 2024 का शुभारंभ 26 जुलाई को होने जा रहा है। पेरिस ओलंपिक में दुनियाभर के 10 हजार से भी अधिक एथलीट हिस्सा लेंगे। जिनमें भारतीय दल के 117 एथलीट भी शामिल होंगे। पेरिस ओलंपिक की व्यापकता को देखते हुए फ्रांस ने भारत सरकार से भी मदद मांगी है। इसके लिए सीआरपीएफ के दो बेल्जियन मैलिनोइस K-9 जिनमें पांच साल का वास्त और तीन साल का डेन्बी शामिल है, उन्हें पेरिस ओलंपिक की सुरक्षा के लिए भेजा है। ये दोनों एलीट डॉग स्क्वॉड K-9 का हिस्सा हिस्सा होंगे।
पेरिस ओलंपिक की सुरक्षा के लिए फ्रांस सरकार ने भारत सरकार से मदद मांगी है। सीआरपीएफ, एनएसजी, एसएसबी, आईटीबीपी सहित विभिन्न केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) के 10 कुत्ते 12 अगस्त तक एक महीने के लिए पेरिस में रहेंगे। इन्हें 10 जुलाई को पेरिस रवाना किया गया। जहां वे सभी ओलंपिक स्थलों और आयोजनों की सुरक्षा संभालने वाले फ्रांसीसी अधिकारियों की निगरानी में सूंघने और गश्त करने का काम करेंगे।
भारतीय K9 दल में विभिन्न नस्लों के 10 कुत्ते शामिल हैं। इनमें 6 बेल्जियन मालिनोइस, 3 जर्मन शेफर्ड और 1 लैब्राडोर रिट्रीवर को पेरिस भेजा गया है। अभी तक K-9 डॉग स्क्वॉड को आपदा राहत जैसे कामों के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है, लेकिन यह पहली बार होगा जब केंद्रीय अर्धसैनिक बलों से डॉग स्क्वॉड को विदेश भेजा जा रहा है। K-9 डॉग स्क्वॉड ने भारत में जी-20 शिखर सम्मेलन (2023) के दौरान अपनी क्षमताओं का शानदार प्रदर्शन किया था।
वहीं, वास्त और डेनबी की तरह ही पेरिस ओलंपिक सुरक्षा दल के सभी कुत्तों को भी विदेश में काम करने के लिए कड़ी ट्रेनिंग और विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। वहीं उनके प्रशिक्षकों को भी थोड़ी बहुत फ्रेंच भाषा भी सिखाई गई है। वास्त और डेनबी को बेंगलुरु के पास तरालू में सीआरपीएफ के डॉग ब्रीडिंग और ट्रेनिंग स्कूल में प्रशिक्षित किया गया था। K-9 डॉग स्क्वॉड के साथ 17 हैंडलर भी फ्रांस गए हैं।
वहीं, K-9 डॉग स्क्वॉड के फ्रांस पहुंचने पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। फ्रांस और मोनाको में भारतीय राजदूत जावेद अशरफ ने उनका स्वागत करते हुए एक तस्वीर पोस्ट की, “भारत से 10 सदस्यीय K-9 यूनिट से मिलकर गर्व हुआ, जो पेरिस ओलंपिक 2024 की सुरक्षा के लिए एक महीने के लिए पेरिस में हैं। हमारे K9 स्टार और उनके हैंडलर लंबी यात्रा के बाद ठीक हैं और जल्द ही काम पर लग जाएंगे”। उन्होंने यह भी लिखा कि उन्होंने CAPF के K-9 सोल्जर्स से हाथ भी मिलाया।
बेल्जियन शेफर्ड मैलिनोइस अपनी चपलता, ताकत और सहनशक्ति के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने पाकिस्तान के एबटाबाद में अल-कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के ठिकाने का पता लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसके अलावा उन्होंने इदलिब में एक सुरंग में आईएस प्रमुख अबू बकर बगदादी का पीछा भी किया था, बाद में सुरक्षा बलों के हमले में बगदादी की मौत हो गई थी।