नई दिल्ली : एक एस्टेरॉयड 2025 OT7 जो 5 अगस्त को धरती के नजदीक से गुजरा. साथ ही यह खगोलविदों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है क्योंकि यह काफी बड़ा है और बहुत तेजी घूम रहा था. इस घटना से समझ आता है कि अंतरिक्ष में हमेशा नजर रखने की जरूरत है.
कितनी है रफ्तार और साइज? : क्षुद्रग्रह 2025 OT7 का साइज लगभग 170 फीट है जो 16 मंजिला इमारत जितना ऊंचा है. इसकी रफ्तार 77,955 किमी/घंटा है. जब यह धरती के सबसे करीब था तब भी हमसे 4.3 मिलियन किमी की दूरी से गुजरा. ये दूरी शायद सुनने में दूर लगे लेकिन वैज्ञानिक इसे बहुत कम मानते हैं. यह एटेन ग्रुप का क्षुद्रग्रह है जो अक्सर धरती के रास्ते को पार कर जाते हैं. हालांकि इन पर लगातार नजर रखी जाती है.
एस्टेरॉयड को खतरा कब माना जाता है? : NASA किसी भी क्षुद्रग्रह को तब बड़ा खतरा मानता है जब उसका आकार 85 मीटर या फिर 279 फीट से बड़ा हो. इसके अलावा जब वह Asteroid धरती से 7.4 मिलियन किमी से कम दूरी से गुजरें. Asteroid 2025 OT7 भले धरती के करीब से गुजरा हो लेकिन इसका आकार इतना बड़ा नहीं था. इसलिए इससे कोई खतरा नहीं था.
क्षुद्रग्रह 2025 OT7 को क्या जरूरी बनाता है? : इस एस्टेरॉयड का धरती के पास से गुजरना जरूरी है, इसलिए नहीं क्योंकि इससे कोई खतरा नहीं था बल्कि इसलिए कि ये याद दिलाता है कि सौरमंडल हमेशा सक्रिय रहता है. ये बताता है कि धरती को अंतरिक्ष की घटनाओं से खतरा हो सकता है. वहीं, आम लोगों के लिए यह अंतरिक्ष में दिलचस्पी बढ़ाता है.