नई दिल्ली : चांदनी चौक के किनारी बाजार में पूर्व एनएसजी कमांडो और उनके परिवार को बंधक बनाकर लूटपाट करने की गुत्थी को कोतवाली थाना पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने इस संबंध में चार आरोपियों को दबोचा है। पुलिस ने आरोपियों के पास से लूटे गए 50 लाख के जेवरात बरामद कर लिए हैं। बदला लेने की नियत से पूर्व एनएसजी कमांडो के सहयोगी ने ही वारदात करवाई थी।
पकड़े गए आरोपियों की पहचान मुख्य आरोपी जामा मस्जिद निवासी मोहम्मद कैफ, सेक्टर-68, नोएडा निवासी आलोक नाथ, न्यू मुस्तफाबाद निवासी सोहेल मलिक और बटला हाउस, जामिया नगर निवासी वसीम के रूप में हुई है। मो. कैफ पूर्व कमांडो का सहयोगी है।
उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त राजा बांठिया ने बताया कि 19 जुलाई को हथियारबंद तीन बदमाशों ने पूर्व एनएसजी कमांडो भीमसेन के घर पर धावा बोल दिया। बदमाशों ने पूर्व कमांडो और उनके परिवार को बंधक बनाकर वहां से 50 लाख के जेवरात लूट लिए। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया। छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि पूर्व कमांडो ने अब हीरे और सोने के आभूषण का कारोबार शुरू कर दिया था। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो आरोपियों के चावड़ी बाजार मेट्रो स्टेशन पर मौजूद पाया। जांच में पता चला कि एक आरोपी ऑटो से वहां पहुंचा था। ऑटो चालक की तलाश की तो उसने बताया कि वह कनॉट प्लेस से उसे लेकर यहां पहुंचा था।
मेट्रो के सीसीटीवी कैमरों की पड़ताल करने पर पता चला कि आरोपी नोएडा सिटी सेंटर से कनॉट प्लेस आया था। टीम सिटी सेंटर नोएडा पहुंची तो वहां आरोपी को एक स्कूटी पर सवार होकर जाते हुए देखा। स्कूटी के रजिस्ट्रेशन नंबर की पड़ताल हुई तो वह एनडीएमसी की एक महिला जूनियर इंजीनियर के नाम पर निकली। किसी तरह पुलिस की टीम इंजीनियर तक पहुंची तो उसने बताया कि स्कूटी उसका चालक आलोक नाथ मिश्रा स्कूटी को इस्तेमाल करता है। जांच के बाद टीम ने आलोक नाथ को नोएडा से दबोच लिया।