नई दिल्ली : व्हाट्सऐप पर इन दिनों एक मैसेज तेजी से शेयर किया जा रहा है, जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि भारतीय सेना के आधुनिकीकरण और युद्ध में घायल अथवा शहीद हुए सैनिकों के लिए एक विशेष बैंक खाते में पैसे दान देने की बात कही गई है। इस पोस्ट में यह दावा किया जा रहा है कि अभिनेता अक्षय कुमार को इस प्रस्ताव के मुख्य परिवाहक के रूप में भी उद्धृत किया गया है। हालांकि जब इस वायरल पोस्ट की पीआईबी ने जांच की तो उसमें यह दावा पूरी तरह से फर्जी निकला। चलिए बताते हैं कि क्या है पूरा मामला।
क्या है वायरल पोस्ट? : व्हाट्सऐप पर जो मैसेज भेजा जा रहा है, उसमें भारतीय सेना के आधुनिकीकरण और युद्ध में घायल या शहीद हुए सैनिकों के लिए एक विशेष बैंक खाते में पैसे डोनेट करने की बात कही गई है। साथ ही मैसेज में कैबिनेट के एक निर्णय का हवाला दिया गया है और बताया गया है कि अभिनेता अक्षय कुमार को इस प्रस्ताव के मुख्य परिवाहक हैं। इसके बाद इसी मैसेज में बैंक खाते की डिटेल्स भी शेयर की गई है। इस पोस्ट में कैनरा बैंक के अकाउंट नंबर को शेयर किया गया है, जिसमें खाताधारक के नाम के स्थान पर Army Welfare Fund Battle Casualties लिखा गया है। वहीं अकाउंट नंबर (90552010165915) और आईएफएससी कोड (CNRB0000267) और ब्रांच की जानकारी भी साझा की गई है।
वायरल पोस्ट में कहा गया है कि अक्षय कुमार का यह मास्टर स्ट्रोक है। भारत को सुपर पॉवर बनने से कोई नहीं रोक सकता है। अगर 70 फीसदी भारतीय भी अगर इस फंड में 1 रुपये रोजाना दान करते हैं तो यह एक दिन में 100 करोड़ हो जाएगा। वहीं यह राशि 30 दिन में 3 हजार करोड़ और एक साल में 36000 करोड़ हो जाएगा। इसलिए मोदी जी के इस अभियान का भाग बनें और सेना को सीधी मदद पहुंचाएं।
फैक्ट चेक में क्या निकला? : पीआईबी ने अपनी फैक्ट चेक में पाया कि यह जानकारी और वायरल पोस्ट पूरी तरह से फर्जी है। पोस्ट में जो बैंक अकाउंट नंबर दिया गया है उसका सेना की आधुनिकीकरण से कुछ भी लेना देना नहीं है। सरकार द्वारा सैन्य अभियानों के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले या घायल जवानों के लिए सशस्त्र सेना युद्ध हताहत कल्याण कोष (एएफबीसीडब्ल्यूएफ) का संचालन किया जाता है, जिसका उद्देश्य सैनिकों के परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। ऐसे में इस तरह के ऑनलाइन फर्जी पोस्ट से सावधान रहें और इस तरह के किसी भी बैंक खाते में पैसे ना भेजें, वरना आप वित्तीय धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं।