नई दिल्ली/पेरिस : पूर्वी फ्रांस में शनिवार को चाकू से किए गए हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो पुलिस अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए. राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि यह ‘इस्लामिक आतंकवादी हमला’ था. प्रोसेक्यूटर्स ने कहा कि हमले में तीन और अधिकारी मामूली रूप से घायल हो गए. प्रोसेक्यूटर निकोलस हेइट्ज़ ने एएफपी को बताया कि यह हमला 37 वर्षीय संदिग्ध ने किया था, जो टेरर प्रीवेंशन वॉचलिस्ट (एफएसपीआरटी) में शामिल है. हमला फ्रांस के मुलहाउस शहर में हुआ है, जो जर्मनी और स्विट्जरलैंड के निकट स्थित है. संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया गया है.
फ्रांस की नेशनल एंटी टेरर प्रोसेक्यूटर्स यूनिट (पीएनएटी), जिसने जांच का जिम्मा संभाला है, ने कहा कि संदिग्ध ने पहले नगर निगम के पुलिस अधिकारियों पर हमला किया और “अल्लाहु अकबर” (ईश्वर सबसे महान है) चिल्लाया. चश्मदीदों ने एएफपी से बातचीत में कन्फर्म किया कि संदिग्ध ने कई बार ऐसे शब्द चिल्लाए, जो मुसलमानों द्वारा अपने धर्म के उद्घोष के रूप में इस्तेमाल किए जाते हैं.
पीएनएटी ने एक बयान में कहा कि एक नागरिक राहगीर जिसने हमले को रोकने की कोशिश की, वह बुरी तरह से घायल हो गया. मुलहाउस प्रोसेक्यूटर्स के अनुसार, जख्मी शख्स 69 वर्षीय पुर्तगाली नागरिक था. मैक्रों ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह घटना “एक आतंकवादी हमला” थी, विशेष रूप से “एक इस्लामवादी आतंकवादी हमला”. मैक्रों ने कहा कि सरकार “हमारी धरती पर आतंकवाद को मिटाने के लिए सब कुछ” करने के लिए मजबूती से खड़ी है.
हमला करीब शाम 4 बजे (स्थानीय समय) हुआ. सैन्य इकाइयों को बैकअप के रूप में घटनास्थल पर भेजा गया और फोरेंसिक वैज्ञानिकों ने सबूतों की तलाश की कार्रवाई शुरू कर दी है. यूनियन सूत्रों के अनुसार अल्जीरिया में जन्मे संदिग्ध को न्यायिक निगरानी और घर में नजरबंद रखने के साथ ही फ्रांस से निकाल बाहर करने आदेश के तहत रखा गया है.
मुलहाउस की मेयर मिशेल लुट्ज़ ने फेसबुक पर कहा, “हमारे शहर में आतंक ने कब्जा कर लिया है.” उन्होंने कहा कि इस घटना की जांच एक आतंकवादी हमले के रूप में की जा रही है, लेकिन “स्पष्ट रूप से अदालत द्वारा पहले इसकी पुष्टि की जानी चाहिए”. पीएनएटी ने कहा कि वह “आतंकवादी हमले के संबंध में” हत्या और हत्या की कोशिश के लिए हमले की जांच कर रहा है.