नई दिल्ली : फलस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा किया कि मध्य गाजा के दीर अल-बलाह में एक स्कूल पर इस्राइल के हमले में कम से कम 30 लोग मारे गए। वहीं, इस्राइली सेना ने दावा किया कि उसने हमास के कमांड सेंटर को निशाना बनाया है।
हमले में 100 से अधिक घायल : गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय और हमास द्वारा संचालित मीडिया कार्यालय ने दीर अल-बलाह में स्कूल पर हमले में मारे गए लोगों की संख्या 30 बताई। यह गाजा के विस्थापित परिवारों की सबसे बड़ी आबादी वाले क्षेत्रों में से एक है। मीडिया कार्यालय के मुताबिक, इस हमले में सौ से अधिक लोग घायल हुए हैं।
स्कूल के अंदर हमास का कमांड सेंटर : इस्राइली सेना (आईडीएफ) ने एक बयान में दावा किया कि उसने मध्य गाजा के खदीजा स्कूल परिसर के अंदर हमास के कमांड और नियंत्रण केंद्र को निशाना बनाया है। बयान में कहा गया है कि स्कूल का इस्तेमाल उनके सैनिकों पर हमले करने और हथियारों को जमा करने के लिए किया जा रहा था। आईडीएफ ने कहा कि उसने हमले से पहले वहां के नागरिकों को चेतावनी दी थी।
घायलों को अल-अक्सा अस्पताल में भर्ती कराया गया : घायलों को एंबुलेंस के जरिए दीर अल-बलाह के अल-अक्सा अस्पताल में ले जाया गया। कुछ घायल पैदल भी पहुंचे, जिनके कपड़े खून से सने थे। इससे पहले इस्राइली सेना ने हमास पर आरोप लगाया था कि वह नागरिकों की आड़ में हमले कर रहा है और घनी आबादी वाले इलाकों, स्कूलों और अस्पतालो से हमलों को अंजाम दे रहा है। हालांकि, हमास ने हमेशा इससे इनकार किया है।
खान यूनिस के इलाकों को खाली करने को कहा : शनिवार को फलस्तीनी आधिकारिक मीडिया ने जानकारी दी कि दक्षिणी शहर खान यूनिस में सुबह से इस्राइल के हमलों में 14 फलस्तीनी मारे गए और उनके शवों को नासिर मेडिकल कॉम्पलैक्स लाया गया।आईडीएफ ने हाल ही में फलस्तीनियों को खान यूनिस के दक्षिणी इलाकों को अस्थायी रूप से खाली करने को कहा था। ताकि वहां सैन्य अभियान चलाया जा सके। उन्हें अल-मवासी में एक क्षेत्र में स्थानांतरित होने के लिए कहा।
युद्ध में 39 हजार से ज्यादा फलस्तीनियों की मौत : गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, युद्ध शुरू होने के बाद से 39 हजार से ज्यादा फलस्तीन लोग मारे जा चुके हैं। इस्राइली अधिकारियों का अनुमान है कि हमास और इस्लामिक जिहाद समूहों के करीब 14 हजार आतंकवादी मारे गए हैं। युद्ध तब शुरू हुआ था, जब पिछले साल सात अक्तूबर को हमास ने दक्षिण इस्राइल पर हमला किया। इस हमले में करीब 1200 इस्राइली मारे गए थे। जबकि 250 लोगों को बंधक बना लिया गया था।