अमेरिका : 90 फीट की हनुमान प्रतिमा का अनावरण, स्टैच्यू ऑफ यूनियन के नाम से जानी जाएगी

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नई दिल्ली : अमेरिका के ह्यूस्टन में भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह में 90 फीट ऊंची हनुमान प्रतिमा का अनावरण किया गया. यह प्रतिमा संयुक्त राज्य अमेरिका की तीसरी सबसे ऊंची प्रतिमा है, जिसे स्टेच्यू ऑफ यूनियन नाम दिया गया है. यह प्रतिमा राम और सीता के पुनर्मिलन में हनुमान जी की भूमिका को याद करती है.

टेक्सास के शुगर लैंड में अष्टलक्ष्मी मंदिर में स्थापित इस मूर्ति का अनावरण कर श्री श्री श्री त्रिदंडी चिन्न जीयर स्वामी ने एकता का संदेश दिया. भाग्यनगरम में भगवान राम की 216 फीट की प्रतिमा का भी अनावरण भी स्वामी जी ने ही किया था.

15 अगस्त से चल रहा था उत्सव : प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम 15 अगस्त से चल रहा था. चिन्न जीयर स्वामी के मार्गदर्शन में बड़ी भव्यता के साथ आयोजित इस समारोह में मायहोम्स ग्रुप के प्रमुख जुपल्ली रामेश्वर राव समेत भारतीय मूल के कई गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया. उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होकर उनका जन्म धन्य हो गया.

यह गहरे आध्यात्मिक संकल्प की प्राप्ति : प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में चिन्न जीयर स्वामी ने कहा कि यह कोई अलग परियोजना नहीं बल्कि गहरे आध्यात्मिक संकल्प की प्राप्ति है. हनुमान जी की ये प्रतिमा का अनावरण अमेरिका की भव्य मूर्तियों के परिदृश्य में बढ़ोतरी का प्रतीक है. जो दुनिया भर को आकर्षित करता है. यह विदेशी धरती पर भारतीय रूढ़िवाद की सांस्कृतिक समृद्धि को भी आगे ले जाएगा. उन्होंने भारतीय विरासत और आध्यात्मिक एकता की महिमा के बारे में भी लोगों को बताया.

भावनात्मक और आध्यात्मिक गौरव : ह्यूस्टन में श्री श्री श्री त्रिदंडी चिन्न जीयर स्वामी द्वारा स्थापित यह अभय हनुमान प्रतिमा, एक मनमोहक भावनात्मक विरासत के साथ-साथ दुनिया में भारत का आध्यात्मिक गौरव भी दिखा रही है. स्टेच्यू ऑफ यूनियन की वेबसाइट के मुताबिक यह उत्तरी अमेरिका में भगवान हनुमान की सबसे ऊंची प्रतिमा है. जो भक्ति, शक्ति और निस्वार्थ सेवा की प्रतीक है. बता दें कि हनुमान जी की 90 फीट की इस प्रतिमा को टेक्सास के शुगर लैंड में अष्टलक्ष्मी मंदिर में स्थापित किया गया है. यह प्रतिमा परोपकार, शक्ति और आशा का संचार कर रही है. यह एक ऐसा आध्यात्मिक केंद्र है जहां दिलों को सांत्वना मिलती है.

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