महेंद्रगढ़ : हरियाणा में खुफिया विभाग नारनौल और पुलिस की संयुक्त टीम ने गांव आकोदा में स्थित एक ईंट भट्ठे की जांच की। इस दौरान बांग्लादेश के तीन परिवारों के 14 सदस्य मिले। इनमें 3 पुरुष, 4 महिलाएं और 7 बच्चे शामिल हैं। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देश में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हैं। हरियाणा सरकार ने पाकिस्तानियों को प्रदेश छोड़ने की समय सीमा 27 अप्रैल शाम छह बजे तक तय की थी। समय सीमा खत्म होते ही पुलिस और खुफिया विभाग की टीमें सक्रिय हो गईं।
सदर थाना प्रभारी मुकेश कुमार ने बताया कि रविवार को गांव आकोदा में चलाए गए संयुक्त चेकिंग अभियान में गुप्तचर इकाई नारनौल और जिला पुलिस ने पूजा ईंट भट्ठे पर छापा मारा। जांच के दौरान यहां अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेश के तीन परिवार मिले। इन तीन परिवारों में से एक परिवार साल 2008 और दो परिवार साल 2021 में भारत आये थे। ये तीन साल से ईंट भट्ठे पर मजदूरी कर रहे थे। फिलहाल पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
पहले इन लोगों ने पश्चिम बंगाल के फर्जी आधार कार्ड दिखाए और भारत के होने का दावा किया, लेकिन सख्ती से पुलिस पूछताछ में बांग्लादेश के रहने की बात स्वीकार ली। पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों को थाना सदर महेंद्रगढ़ लाया गया। प्रशासन होटल, औद्योगिक इकाइयों और ईंट भट्ठों पर लगातार जांच कर रहा है ताकि अवैध रूप से रह रहे किसी भी विदेशी नागरिक की पहचान की जा सके। पुलिस की ओर से समय-समय पर जांच अभियान चलाया जाता रहा है। पुलिस की ओर से जांच जारी है। इसके बाद मामला दर्ज कर आगामी जांच शुरू की जाएगी।
ईंट भट्ठे से गिरफ्तार आरोपी : रसेल अली( 26 साल), सबाना (22 साल), राहिल्ला (52 साल), आसिया (3 साल), रेश्मा (13 साल), रफीकुल (28 साल), जानापी (24 साल), रूकसाना (10 साल), जुई (4 साल), अब्दुल सलाम (50 साल), रिम्मू (23 साल), रमून अली (7 माह), सबिना (8 साल), सादिया (3 साल) शामिल हैं।