नई दिल्ली : इंडोनेशिया में धधकता ज्वालामुखी माउंट लेवोटोबी लाकी लाकी सोमवार को फट पड़ा, जिससे आसमान में लगभग 18 किलोमीटर की ऊंचाई तक राख का गुबार फैल गया और आसपास के गांवों पर भी राख जम गई।
इंडोनेशिया की भूविज्ञान एजेंसी ने एक बयान में बताया कि विस्फोट के दौरान ज्वालामुखी ने धधकते बादलों का गुबार छोड़ा। अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
ज्वालामुखी निगरानी एजेंसी ने 18 जून को हुए विस्फोट के बाद ज्वालामुखी की चेतावनी स्थिति को उच्चतम स्तर पर कर दिया है और तब से बार-बार विस्फोट होने के कारण लोगों को इसके 7 किलोमीटर के दायरे तक जाने से मना कर दिया गया है।
माउंट लेवोटोबी लाकी लाकी में पिछले साल नवंबर में हुए विस्फोट में 9 लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हुए थे। यह ज्वालामुखी मार्च में भी फटा था। निरंतर भूकंपीय गतिविधियों के कारण ज्वालामुखी की निगरानी जारी है।
माउंट लेवोटोबी लाकी लाकी 1,584 मीटर ऊंचा है। यह पूर्वी नुसा तेंगारा के फ्लोरेस द्वीप पर स्थित एक जुड़वां ज्वालामुखी है, जिसका दूसरा हिस्सा 1,703 मीटर ऊंचा लेवोटोबी पेरेमपुआन है।
270 मिलियन आबादी वाला एक द्वीप समूह इंडोनेशिया, प्रशांत महासागर के “रिंग ऑफ फायर” पर स्थित है। यहां अभी 120 सक्रिय ज्वालामुखी हैं और लगातार भूकंपीय गतिविधियां होती हैं।