नई दिल्ली : भारतीय सेना के जवान ना सिर्फ अपने देश के लोगों के लिए अपनी जान हथेली पर रखे रहते हैं, बल्कि मुश्किल समय में दुश्मन देश की मदद के लिए पहचाने जाते हैं. इसकी एक मिसाल हाल ही में देखने को मिली. अरब सागर के मध्य में मौजूद भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस त्रिकंद ने एक पाकिस्तानी नाविक को इमरजेंसी मेडिकल मदद इंसानियत की मिसाल पेश की है.
यह घटना 4 अप्रैल को हुई जब ईरानी मछली पकड़ने वाली नाव ‘अल उमैदी’ से एक इमरजेंसी मैसेज मिला. ऐसे में वहां पर तैनात भारत के INS त्रिकंद ने तुरंत उस संदेश का जवाब दिया. यह नाव ओमान के तट से लगभग 350 नॉटिकल मील दूर समुद्र में थी. जांच करने पर पता चला कि नाव पर काम कर रहे एक नाविक के हाथ की उंगलियों में गंभीर चोट आई थी.
उसकी हालत नाजुक थी और उसे पहले ही एक दूसरी ईरानी नाव ‘एफवी अब्दुल रहमान हंज़िया’ पर भेज दिया गया था, जो ईरान की तरफ जा रही थी. भारतीय नौसेना ने के मुताबिक,’त्रिकंद ने तुरंत अपना रास्ता बदला और जख्मी नाविक को मेडिकल मदद देने पहुंच गया. एफवी अब्दुल रहमान हंज़िया पर 11 पाकिस्तानी (9 बलोच और 2 सिंधी) और 5 ईरानी क्रू सदस्य थे. घायल पाकिस्तानी (बलोच) नाविक को हाथ में गंभीर चोटें और काफी खून बहने की शिकायत थी.
आईएनएस त्रिकंद के मेडिकल ऑफिसर, मरीन कमांडो (मार्कोस) और बोर्डिंग टीम के साथ नाव पर गए और इलाज शुरू किया. स्थानीय एनेस्थीसिया देने के बाद डॉक्टरों ने तीन घंटे की सर्जरी की जिसमें घायल उंगलियों की सिलाई और प्लास्टर किया गया. समय रहते खून बहना रोक दिया गया, जिससे गैंगरीन जैसी गंभीर हालत से उंगलियों को बचाया जा सका.
इसके अलावा ईरानी नाव को एंटीबायोटिक समेत जरूरी दवाएं भी दी गईं ताकि वे ईरान पहुंचने तक ठीक से इलाज कर सकें. नाव के सभी क्रू मेंबर ने भारतीय नौसेना का दिल से धन्यवाद किया और कहा कि समय पर मिली इस मदद से उनके साथी की जान बच पाई.