बेंगलूरू : कर्नाटक पुलिस ने अवैध तौर पर पाकिस्तान को भारत में पनाह दे रहे एक शख्स को गिरफ्तार किया है। इस शख्स ने अभी तक करीब 22 लोगों को अवैध तौर पर भारत में बसने में मदद की है। पाकिस्तानी नागरिकों को भारत में पनाह देने और बसाने में मदद करने वाले परवेज नामक के शख्स को मंगलवार को कर्नाटक पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
परवेज ने अब तक 22 पाकिस्तानियों को उनके फर्जी हिंदू नामों के साथ बेंगलुरु समेत कर्नाटक के विभिन्न हिस्सों में बसने में मदद की। पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने सभी की असली पहचान छुपाई और उनके हिंदू नाम वाले कागजात, रहने और बाकी की व्यवस्था की।
सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि हाल ही में पाकिस्तान के एक परिवार के चार सदस्यों को बंगलूरू के जिगानी में गिरफ्तार किया गया था। ये लोग फर्जी हिंदू पहचान के आधार पर यहां रह रहे थे। इनकी सूचना पर यहां पीन्या से भी ऐसे ही एक दंपती और उनकी बेटी पकड़ा गया। उनसे पूछताछ में पता चला है कि कुछ पाकिस्तानी दावणगेरे जिले में भी रह रहे थे। बाद में उन्हें भी हिरासत में ले लिया गया। पुलिस ने जब मामले की तफ्तीश की तो परवेज का नाम सामने आया। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।
बांग्लादेश में शादी… फिर की भारत में घुसपैठ : बता दें कि पिछले महीने बेंगलुरु पुलिस ने एक पाकिस्तानी नागरिक को उसकी बांग्लादेशी पत्नी और दो अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया था। यह परिवार पिछले छह साल से अपनी पहचान छिपाकर बेंगलुरु में अवैध रूप से रह रहा था। इस दंपती की शादी ढाका में हुई थी। 2014 में दोनों दिल्ली पहुंचे और 2018 में बंगलूरू के जिगानी इलाके में आकर बस गया। गिरफ्तार हुए दो अन्य की पहचान उसके साले-साली के रूप में हुई।
पाकिस्तान से आकर बन गया धर्म उपदेश : उधर, पीन्या से गिरफ्तार हुआ पाकिस्तानी दंपती भी आठ से पहले गैर-कानूनी तरीके से भारत आया था। इनकी एक बेटी भी है। जांच में पता चला कि शुरुआत में ये घुसपैठिये कोच्चि में रहे। चार साल पहले वह पीन्या में आकर बस गए थे। बताया जा रहा कि पाकिस्तानी नागरिक सैयद तारिक (53) एक उपदेशक है और यूट्यूब पर वीडियो डालता है। वहीं, उसकी पत्नी घरेलू महिला है। इस परिवार को अल्ताफ अहमद नाम का एक शख्स आर्थिक मदद करता था। पुलिस ने अल्ताफ को चेन्नई में उसकी पत्नी और दो अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया था। यह लोग फर्जी दस्तावेज के साथ पकड़े गए थे।