नई दिल्ली/लंदन : भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर लंदन दौरे पर हैं. जयशंकर दुश्मनों पर लगातार जुबानी प्रहार करते रहते हैं. एक बार फिर उनका आक्रामक रवैया देखा गया. जयशंकर ने बुधवार को लंदन में चैथम हाउस थिंक-टैंक के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा था कि कश्मीर विवाद का समाधान कश्मीर के चुराए गए हिस्से की वापसी के बाद होगा, जो अवैध रूप से पाकिस्तान के कब्जे में है. उनके बयान के बाद पाकिस्तान बौखला गया है.
पाकिस्तान से आई प्रतिक्रिया : विदेश मंत्री एस जयशंकर की टिप्पणी के बाद पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने अपनी साप्ताहिक प्रेस वार्ता में जयशंकर की इस टिप्पणी को खारिज कर दिया और भारत से कश्मीर के उस हिस्से को खाली करने को कहा, जिस पर उसने कब्जा कर रखा है. खान ने कहा, ‘‘हम पांच मार्च को लंदन के चैथम हाउस में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान जम्मू-कश्मीर को लेकर भारत के विदेश मंत्री की ओर से की गई टिप्पणी को खारिज करते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘आजाद जम्मू-कश्मीर के बारे में बेबुनियाद दावे करने के बजाय भारत को पिछले 77 वर्षों से अपने कब्जे में रखे गए जम्मू-कश्मीर के एक बड़े क्षेत्र को खाली कर देना चाहिए.
चुराए गए हिस्से की वापसी पर बोले : ब्रिटेन की यात्रा पर गए जयशंकर ने चैथम हाउस में आयोजित कार्यक्रम में कहा था, अनुच्छेद-370 को हटाना पहला कदम था, कश्मीर में विकास, आर्थिक गतिविधियों और सामाजिक न्याय को बहाल करना दूसरा कदम था तथा बहुत अधिक मतदान के साथ चुनाव कराना तीसरा कदम था. विदेश मंत्री ने कश्मीर मुद्दे के ‘‘समाधान’’ के बारे में एक श्रोता के सवाल का जवाब देते हुए कहा था, ‘‘मुझे लगता है कि हम जिस चीज का इंतजार कर रहे हैं, वह कश्मीर के चुराए गए हिस्से की वापसी है, जो पाकिस्तान के अवैध कब्जे में है. जब ऐसा हो जाएगा, तो मैं आपको आश्वासन देता हूं कि कश्मीर मुद्दे का समाधान हो जाएगा. भारत ने पाकिस्तान से बार-बार कहा है कि जम्मू-कश्मीर देश का अभिन्न हिस्सा था है और हमेशा रहेगा.