नई दिल्ली : लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का कमांडर और पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड सैफुल्लाह कसूरी बुधवार को एक राजनीतिक रैली में भारत के खिलाफ भड़काऊ भाषण देते हुए देखा गया। दरअसल, पाकिस्तान के परमाणु परीक्षण के वर्षगांठ पर यौम-ए-तकबीर मनाने के लिए पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग (पीएमएमएल) ने पंजाब प्रांत के कसूर में एक रैली का आयोजन किया था, जिसमें सैफुल्लाह कसूरी ने कहा, मुझ पर पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड होने का दोष मढ़ा गया, अब मेरा नाम दुनिया भर में मशहूर हो गया है।
माना जाता है कि पहलगाम की बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को हुए हमले के पीछे सैफुल्लाह कसूरी का हाथ था। हमले में आतंकियों ने 26 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस रैली में लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद का बेटा और भारत की तरफ से आतंकवादी घोषित तल्हा सईद भी शामिल था।
भीड़ को संबोधित करते हुए कसूरी ने कहा कि वो बहावलपुर के इलाहाबाद में ‘मुदस्सिर शहीद’ के नाम पर एक सेंटर, सड़क और अस्पताल बनाएगा। खुफिया सूत्रों के मुताबिक, मुदस्सिर अहमद पहलगाम नरसंहार के बाद भारत के जवाबी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ हमलों में मारे गए कई हाई-प्रोफाइल आतंकवादी गुर्गों में से एक था। रैली में भारत के वांटेड आतंकियों की लिस्ट में 32वें नबंर पर मौजूद तल्हा सईद ने जिहादी नारे लगाए और भारत के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया। पीएमएमएल को लश्कर-ए-तैयबा से भारी समर्थन मिलता है और यह प्रतिबंधित आतंकी संगठन का राजनीतिक मोर्चा माना जाता है।
पीएमएमएल भारत विरोधी रैलियां कर रहा : हाल के दिनों में पीएमएमएल ने भारत विरोधी बयानबाजी तेज कर दी है। यह पाकिस्तान के सभी प्रमुख शहरों- लाहौर, कराची, इस्लामाबाद, फैसलाबाद आदि में विरोध प्रदर्शन कर हाफिज सईद की रिहाई की मांग कर रहा है। लश्कर-ए-तैयबा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रतिबंधित संगठन है और दबाव के चलते पाकिस्तान ने भी इसे दिखावे के लिए ही सही लेकिन प्रतिबंधित कर रखा है। लेकिन संगठन ने पीएमएमएल जैसे राजनीतिक संगठनों का रूप लेकर अपनी राजनीतिक और वैचारिक प्रासंगिकता बनाए रखी है। 2008 के मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड, संयुक्त राष्ट्र की ओर से नामित आतंकवादी हाफिज सईद को पीएमएमएल की गतिविधियों के पीछे माना जाता है।