केदारनाथ मार्ग में फंसे 1500 यात्रियों को सुरक्षित निकाला, सीएम की सक्रियता से मिली कामयाबी

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नई दिल्ली : उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, डीडीआरएफ, जिला पुलिस और जिला प्रशासन के बेहतर समन्वय से केदारनाथ यात्रा मार्ग में फंसे यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है. केदारनाथ यात्रा मार्ग पर भीमबली, रामबाड़ा, लिंचोली में फंसे करीब 425 यात्रियों को एयरलिफ्ट किया गया है. इसके अलावा पैदल यात्रा मार्ग में सोनप्रयाग और भीमबली के बीच फंसे 1100 यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग बनाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है.

राज्य के कई हिस्सों में बुधवार रात को ज्यादा बारिश होने से सड़कों, पैदल पुलों, बिजली और पेयजल लाइनों के साथ ही खेती को भी भारी नुकसान पहुंचा है. आपदा की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रात से ही सक्रिय हो गए और रात्रि में ही राज्य आपदा परिचालन केंद्र पहुंचकर राज्य भर में मूसलाधार बारिश से हुए नुकसान की जानकारी ली.

धामी ने अधिकारियों को किया अलर्ट : पुष्कर सिंह धामी ने हालात की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए. बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री का पूरा दिन आपदा प्रभावित इलाकों में बीता. उन्होंने टिहरी और रुद्रप्रयाग जिले के आपदाग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के साथ ही आपदा प्रभावितों का हाल भी जाना. साथ ही राहत व बचाव शिविरों में कई गई व्यवस्थाओं को परखा.

पूरी टीम फौरन राहत बचाव में जुटी : मुख्यमंत्री धामी मोर्चे पर डटे तो उनकी पूरी टीम भी पूरी ताकत के साथ बचाव और राहत कार्यों में जुट गई. रुद्रप्रयाग जिले में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने देर रात से ही रेस्क्यू अभियान की कमान संभाल ली. एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, डीडीआरएफ, जिला पुलिस व प्रशासन के बेहतर समन्वय से शाम पांच बजे तक केदारनाथ धाम यात्रा पैदल मार्ग और विभिन्न पड़ावों में फंसे करीब डेढ़ हजार यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया.

केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर कई जगह भूस्खलन होने से यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए केदारनाथ यात्रा फिलहाल रोक दी गई है.

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