लेह : तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने रविवार को लेह में स्थित चौखांग विहार के पुनर्निर्माण के लिए आधारशिला रखी। यह अवसर न केवल धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण रहा, बल्कि इसमें बड़ी संख्या में धार्मिक नेताओं, स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों और आम लोगों ने भाग लिया।
इस अवसर पर दलाई लामा का स्वागत लद्दाख बौद्ध संघ (एलबीए) के अध्यक्ष चेरिंग दोरजे लाकरुक ने पारंपरिक लद्दाखी संगीत और खत्तक (सफेद रेशमी माला) की भेंट के साथ किया।
आधारशिला रखने के बाद दलाई लामा ने अपने संबोधन में कहा, यह स्थान केवल औपचारिक प्रार्थनाओं या व्यर्थ की चर्चाओं का केंद्र न बने, बल्कि यह बौद्ध दर्शन पर अध्ययन और विचार-विमर्श का केंद्र हो, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए ज्ञान का स्रोत बने। लद्दाख बौद्ध संघ के अध्यक्ष लाकरुक ने इस दिन को लद्दाख के लिए ऐतिहासिक क्षण बताया।
लाकरुक ने कहा यह हमारे लिए सबसे बड़ा आशीर्वाद है। आज पूरे लद्दाख पर शुभता की हवाएं बह रही हैं। चौखांग विहार मंदिर, जो वर्ष 1957 में बनाया गया था, हालिया बाढ़ और जलवायु जनित नुकसान के चलते क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसके कारण इसका पुनर्निर्माण आवश्यक हो गया है। दलाई लामा 12 जुलाई को एक महीने के लद्दाख दौरे पर लेह पहुंचे थे, जहां वे विभिन्न धार्मिक व सामाजिक कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं।