पश्चिम मेदिनीपुर : पश्चिम बंगाल में रविवार को दीघा समुद्र तट पर भगवान जगन्नाथ की लकड़ी की मूर्ति तैरती हुई पाई गई है। यह सफेद मूर्ति लहरों के साथ बहकर तट पर आई है, जिसे देखकर पर्यटक उत्सुक हो गए। हालांकि मंदिर के उद्घाटन से कुछ दिन पहले हुई ऐसी घटना के लिए कोई विशेष स्पष्टीकरण नहीं है, लेकिन स्थानीय निवासियों और श्रद्धालुओं के बीच इसे लेकर काफी चर्चा हो रही है।
मंदिर के उद्घाटन को लेकर जोरों पर तैयारियां : मंदिर के उद्घाटन की तैयारियां अब जोरों पर हैं। 28 अप्रैल को पूजा, 29 अप्रैल को यज्ञ और 30 अप्रैल को आधिकारिक उद्घाटन समारोह होगा, जिसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उपस्थित रहेंगी। इस समय मूर्ति के अचानक प्रकट होने से पूरे समारोह को एक अलग आध्यात्मिक स्पर्श मिल गया है। कई लोग इसे शुभ संकेत मान रहे हैं।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर जिले के दीघा में नया जगन्नाथ मंदिर बना है। इसके उद्घाटन को लेकर भक्तों के बीच काफी उत्साह है। जगन्नाथ मंदिर का उद्घाटन 30 अप्रैल को किया जाएगा।
हालही में सीएम ममता बनर्जी ने इसकी तैयारियों की समीक्षा की थी और पुलिस को निर्देश दिए थे कि हाई लेवल की अलर्टनेस रखें। जिससे इस कार्यक्रम में कोई बाधा उत्पन्न ना हो।
ममता ने कहा था, ‘हमने जगन्नाथ धाम के उद्घाटन कार्यक्रम का उस तरह प्रचार नहीं किया है, जैसा कि महाकुंभ मेले का किया गया था। जहां कुंभ का आयोजन किया गया था वह एक बड़ा स्थल है, जबकि दीघा में यह एक छोटा सा क्षेत्र है। यहां सड़कें उतनी चौड़ी नहीं हैं। महाकुंभ मेले में कई लोगों की मौत हो गई। हमें उस घटना से सीखना होगा। हमें अतीत से सीखना होगा।’
ममता ने राज्य सचिवालय में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान कहा था, ‘यह कार्यक्रम हालांकि बहुत बड़ा होगा और इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे। करीब 12,000 लोग आ सकते हैं।’