कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ‘फर्जी हिंदुत्व’ वाली टिप्पणी को लेकर सियासत गरमाई हुई है. विपक्षी भारतीय जनता पार्टी सत्तारूढ़ टीएमसी पर हमलावर है. वहीं, बुधवार को भाजपा विधायक सीएम की टिप्पणी के विरोध में राज्य विधानसभा से बाहर निकल गए.
दरअसल, विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के एक दिन पहले कहा था कि अगर भाजपा सत्ता में आती है तो तृणमूल कांग्रेस के मुस्लिम विधायकों को पश्चिम बंगाल विधानसभा से बाहर कर दिया जाएगा. बीजेपी नेता के इस बयान पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा पर राज्य में ‘फर्जी हिंदुत्व’ लाने का आरोप लगाया.
वहीं, भाजपा के मुख्य सचेतक शंकर घोष की अगुआई में भाजपा के करीब 25 विधायकों ने विधानसभा के मेन गेट के बाहर प्रदर्शन किया और दावा किया कि काले कपड़े पहने एक बाहरी व्यक्ति मौजूद था. उन्होंने कहा जो संभवत: पुलिस की स्पेशल शाखा से संबंधित है या तृणमूल कांग्रेस का ‘गुंडा’ है.
साथ ही, बीजेपी विधायकों ने ममता बनर्जी सरकार के कथित कुशासन और तानाशाही के खिलाफ विरोध जताने के लिए सदन में काले कपड़े पहनकर आए. इस दौरान भाजपा ने सरकार पर सदन में ‘विपक्ष की आवाज दबाने’ का भी आरोप लगाया.
घोष ने कहा कि दीर्घा में मौजूद अजनबी शख्स ने भी काले कपड़े पहन रखे थे और वह खुद को भाजपा का मेंबर बता रहा था. उन्होंने कहा, ‘जब उसे बाहरी व्यक्ति के रूप में पहचाना गया तो अध्यक्ष को उसके बारे में सूचित किया गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. वह अजनबी व्यक्ति भागने में सफल हो गया.’ उन्होंने आगे कहा, ‘कौन गारंटी दे सकता है कि उसे किसी ऐसे व्यक्ति ने नहीं भेजा है जिसका हमें नुकसान पहुंचाने का कोई गुप्त मंसूबा हो?’
घोष ने यह भी दावा किया कि दीर्घा में मौजूद अजनबी व्यक्ति से सुरक्षा को भी खतरा हो सकता है, क्योंकि मुख्यमंत्री सदन में मौजूद थीं. विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी भी धरना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने इसकी जांच की मांग की.