मेरठ : यूपी के मेरठ में भारतीय सेना के जवान के साथ टोल टैक्स को लेकर कहासुनी के बाद उसे खंभे से बांधकर पीटने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें 8-10 लोग जवान को घेरकर बेरहमी से पीटते दिख रहे हैं। जवान का नाम कपिल बताया जा रहा है और घटना रविवार रात की बताई जा रही है।
क्यों हुआ विवाद? : घटना मेरठ-करनाल हाईवे पर भूनी टोल प्लाजा की है। पीड़ित जवान कपिल, गोटका गांव थाना सरुरपुर मेरठ का रहने वाला है। वह भारतीय सेना में सिपाही है और इस समय श्रीनगर में उसकी तैनाती है। कपिल अपने घर छुट्टी बिताने के बाद रविवार रात वापस ड्यूटी पर लौट रहा था। सोमवार सुबह 5 बजे उसकी श्रीनगर की फ्लाइट थी। भूनी टोल प्लाजा (सरुरपुर) पर लंबा जाम होने के कारण उसे जल्दी निकलना था, जिसके चलते उसने टोल कर्मियों से कतार लगने का विरोध करते हुए अपनी परेशानी बताई। इसके बाद टोल स्टाफ ने उससे टोल मांगा।
पीड़ित जवान ने क्या कहा? : कपिल का कहना है कि उसने अपना आर्मी कार्ड दिखाते हुए खुद को स्थानीय निवासी और सेना का जवान बताया। उसने बताया कि उसे दिल्ली से फ्लाइट पकड़नी है, इसलिए उसे जाने दिया जाए। लेकिन टोल स्टाफ ने दोबारा टोल मांगा। इसी बात पर कहासुनी शुरू हो गई। इसके बाद टोल पर तैनात सादे कपड़ों में टोल कर्मियों ने जवान कपिल को दौड़ा-दौड़ा कर जान से मारने की नियत से पीटा।
वीडियो वायरल होते ही पुलिस अलर्ट : घटना का जो वीडियो सामने आया है उसमें टोल स्टाफ कपिल को पकड़कर खंभे से बांध कर लाठी-डंडों से पीटते दिख रहे हैं। वहीं, घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस अलर्ट मोड में आ गई है। सेना के जवान कपिल के परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करते हुए 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
NHAl ने लिया सख्त एक्शन : भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने 17 अगस्त 2025 को मेरठ–करनाल खंड के भूनी टोल प्लाजा (NH-709A) पर टोल कर्मियों द्वारा सेना के जवान के साथ दुर्व्यवहार की घटना पर सख्त कार्रवाई की है। NHAI ने टोल वसूली एजेंसी एम/एस धरम सिंह पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है और टोल वसूली कंपनी के अनुबंध को समाप्त करने तथा भविष्य में टोल प्लाजा की निविदाओं में भाग लेने से प्रतिबंधित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। NHAI ने कहा है कि NHAI ऐसे व्यवहार की कड़ी निंदा करता है और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर यात्रियों को सुरक्षित और निर्बाध यात्रा का अनुभव मिले।