शहडोल : शादी के बाद विदा होकर घर में दुल्हन आई तो खूब रौनक थी, घर वाले नई नवेली दुल्हन और रिशेतदारों की आवभगत में लगे हुए थे। दुल्हन अपनी शादीशुदा जिंदगी सजोने के सपने देख रही थी। घर में हंसी-खुशी का माहौल था, हर तरफ चहल कदमी थी। उधर, दुल्हन लेकर लौटा दूल्हा अपनी पत्नी को सुहागरात से पहले गिफ्ट देने की सोच रहा था। उसने बाइक उठाई और बाजार चला गया।
सुनार की दुकान से पत्नी के लिए गिफ्ट लिया और वापस घर की ओर रवाना हुआ। लेकिन, रास्ते में सब कुछ बिखर गया। सड़क हादसे में दूल्हे की मौत हो गई, जैसे ही यह सूचना पहुंची, हंसी-खुशी वाले घर में मातम छा गया। नई नवेली दुल्हन बेहोश हो गई, वह बार-बार होश में आकर अपने पति को बुलाती है और फिर बेहोश हो जाती है।
जानकारी के अनुसार, शहडोल जिले के ब्यौहारी के झिरीया गांव में रहने वाले दीपेंद्र की शादी सीधी जिले के मगरोहर गांव में रहने वाली मधु के साथ तय हुई थी। रिश्ता तय के बाद 16 अप्रैल को तिलक कार्यक्रम संपन्न हुआ था। इस दौरान लड़की पक्ष की ओर से दूल्हे को एक बाइक गिफ्ट की गई थी। 20 अप्रैल को दीपेंद्र और मधु की शादी थी। घर में महमानों की भीड़ थी और जश्न का माहौल था। बैंड बाजे के साथ 20 अप्रैल को घर से बारात धूमधाम से रवाना हुई जो कुछ देर बाद सीधी जिले के मगरोहर गांव पहुंची। जहां, लड़की पक्ष की ओर से बारातियों को जोरदार स्वागत किया गया और विवाह की रश्में शुरू हुई।
पूरी रात शादी की रश्में होने के बाद 21 अप्रैल की सुबह करीब 11 बजे दूल्हा दीपेंद्र नई नवेली दुल्हन मधु को विदा कराकर बारातियों के साथ ब्यौहारी के लिए रवाना हुआ। करीब दो घंटे का सफर तय कर सोमवार दोपहर करीब एक बजे दूल्हा-दुल्हन झिरीया गांव पहुंचे। जहां, दूल्हे के परिवार की ओर से दुल्हन का जोरदार स्वागत किया गया और गृह प्रवेश कराया गया। दुल्हन के स्वागत की रश्में पूरी होने के बाद परिवार के लोग बैठकर बातें करने लगे और शाम हो गई।
परिजनों के अनुसार, सोमवार को ही दीपेंद्र की सुहागरात थी। शाम करीब पांच बजे उसने दुल्हन के लिए तोफा लेकर आने की बात कही और तिलक में मिली बाइक लेकर 10 किलोमीटर दूर ब्यौहारी बाजार चला गया। बाजार में उसने एक सुनार की दुकान से सोने का लॉकेट और चांदी की पायल खरीदी, जिसे लेकर वह वापस गांव आ रहा था। इस दौरान घर से करीब एक किमी दूर सराई सांधा में सामने से आ रही बाइक से उसकी टक्कर हो गई। हादसे में दूल्हे दीपेंद्र और दूसरी बाइक पर सवार एक युवक की मौत हो गई। जबकि, दूसरी बाइक पर सवार एक और युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे की सूचना जैसे ही घर पहुंची, वहां मातम छा गया।
परिजनों के आनुसार, 16 अप्रैल को तिलक में मिली बाइक को दीपेंद्र ने तब से छुआ भी नहीं था। सोमवार शाम को वह पहली बार बाइक लेकर घर से निकला था, इस दौरान हुए हादसे में उसकी मौत पर ही मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि दीपेंद्र बीएससी की पढ़ाई कर रहा था। साथ ही वह पुलिस भर्ती की भी तैयारी में भी लगा था।
दीपेंद्र की मौत के बाद से उसकी पत्नी मधु का बुरा हाल है। पति की मौत की खबर लगते ही वह बेहोश हो गई। होश में आते ही वह दीपेंद्र का नाम पुकारती है और कुछ देर बाद फिर बेहोश हो जाती है। परिवार के लोगों का भी रो-रोकर बुरा हाल है। घटना से पूरी गांव में मातम छा गया है।