शिवपुरी : मध्य प्रदेश के शिवपुरी के पिछोर थाना क्षेत्र के गांव कछौआ में एक पिता और बेटा लापता हो गए थे, जिनके शव फील्ड फायर रेंज में स्थित एक कुएं में मिले. दोनों के शवों को पत्थर से बांधकर कुएं में फेंका गया था. पुलिस ने पिता-बेटे के शव को बरामद कर सात लोगों पर हत्या का केस दर्ज किया. दरअसल, कछौआ गांव के रहने वाले 50 साल के हरगोविंद लोधी और उनका 24 वर्षीय बेटा पुष्पेंद्र शुक्रवार की शाम अपने खेत पर गए थे, लेकिन रात में वापस लौटकर नहीं आए.
शनिवार को जब उनकी तलाश की गई तो खेत पर उनकी खून से सनी चप्पले, टूटा हुआ मोबाइल मिला. हरगोविंद के परिवार वालों ने दोनों के अपहरण और हत्या की आशंका जताते हुए ग्राम राजपुर निवासी ज्ञानचंद्र लोधी, पुष्पेंद्र लोधी, विजय भान लोधी, महेंद्र लोधी, दिनेश लोधी, अनिल लोधी और रूबी लोधी पर शक जाहिर किया था. परिजनों ने पुलिस में केस दर्ज कराया.
हरगोविंद के परिवार वालों के शक के आधार पर पुलिस ने जब उन लोगों से पूछताछ की तो पहले उन्होंने पुलिस को भटकाने की कोशिश की. लेकिन बाद में उन्होंने पिता और बेटे की हत्या करने का जुर्म कबूल कर ली. उन्होंने स्वीकार किया पिता और बेटे की हत्या करने के बाद उनके शवों को वह ट्रैक्टर-ट्राली से जंगल में ले गए और पत्थर बांध कर उन्हें कुएं में फेंक दिया. रविवार की शाम पुलिस ने कुएं से शव बरामद कर सभी आरोपियों पर हत्या की धाराओं में केस दर्ज कर लिया.
पुलिस के मुताबिक साल 2020 में आरोपियों की बहन अभिलाषा के अपहरण और पास्को एक्ट के मामले में हरगोविंद पर दर्ज कराया था. इसके बाद अभिलाषा की संदिग्ध हालातों में मौत हो गई. केस में चार साल की सुनवाई के बाद कोर्ट ने पिछले साल हरगोविंद को सबूतों के अभाव में रिहा कर दिया. यह बात ज्ञान सिंह लोधी और उसके परिजनों को रास नहीं आ रही थी. ऐसे में अपनी बहन के अपहरण और मौत का बदला लेने के लिए सभी आरोपियों ने हरगोविंद और उसके बेटे की हत्या कर दी.